
रामचरितमानस पर आरजेडी कोटे से शिक्षा मंत्री बने प्रोफेसर चंद्रशेखर के बयान पर विवाद है. बयान पर उठ रहे सवालों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने भी इसपर नाराजगी जाहिर कर दी है. सीएम नीतीश जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर भी बिफरे हुए दिखे, जिन्होंने आरजेडी और बीजेपी के बीच डील का दावा किया था.
सीएम नीतीश ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई... सभी धर्मों के लोगों को अपने हिसाब से पूजा-पाठ का अधिकार है. उनके इस काम में किसी तरह की दखल ठीक नहीं.' नीतीश ने यह बात अपनी समाधान यात्रा के दौरान पत्रकारों के बात करते हुए जहानाबाद में कही.
चंद्रशेखर ने क्या कहा था?
मंत्री चंद्रशेखर ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा था, 'मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं. रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं. यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं. एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोलवलकर का बंच ऑफ थॉट. ये सभी देश व समाज को नफरत में बांटते हैं. नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी. देश को महान केवल मोहब्बत बनाएगी.' उनके इस बयान पर विवाद हो गया था.
नीतीश से पूछा गया कि क्या उनको उम्मीद है कि प्रोफेसर चंद्रशेखर अपने विवादित बयान को वापस लेंगे? इसपर नीतीश ने कहा कि मैंने उनसे इस मुद्दे पर बात की है. सीएम ने यह भी कहा कि डिप्टी सीएम (तेजस्वी यादव) ने भी इस मामले पर अपना पक्ष साफ कर दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'किसी व्यक्तिगत बयान की वजह से गठबंधन पटरी से नहीं उतर सकता. मैं सब से कहना चाहता हूं कि पुरानी बात बीत जाने दी जाए, इस मुद्दे को आगे ना खींचा जाए.'
उपेंद्र कुशवाहा पर क्या बोले नीतीश?
JDU संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा था कि लालू-तेजस्वी की भारतीय जनता पार्टी से डील हो गई है. उन्होंने कहा था कि तेजस्वी केंद्र सरकार से फायदा लेने को लेकर बीजेपी से संपर्क में है. उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस को लेकर शिक्षा मंत्री का बयान आना, बीजेपी को बैठे बिठाए मुद्दा दे देने जैसा है और ऐसे बयान बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए आरजेडी नेताओं की तरफ से दिए जा रहे हैं.
कुशवाहा के बयान पर सवाल किए जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह गलत बात है. इसपर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात की जानी चाहिए. बता दें कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन ने पहले ही कुशवाहा के बयान को खारिज कर दिया है.
बिहार में होगा महाराष्ट्र जैसा खेल?
बीते दिनों अररिया से बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा था कि बिहार में महाराष्ट्र जैसी स्थिति होगी और महागठबंधन टूट जाएगा. इसपर सीएम नीतीश ने कहा, 'उनको जो कहना है कहने दीजिए. वे लोग जब मेरे साथ थे और अब भी अपना ही राग गाते हैं.'