
जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार अनिश्चय के दौर से गुजर रही है. पप्पू यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस को डर के माहौल में रखना चाहते हैं और इसलिए वो निश्चय यात्रा पर निकले हुए हैं.
छलावा है कि सात निश्चय
पप्पू यादव ने कहा बिहार के मुख्यमंत्री की निश्चय यात्रा शुद्ध रुप से एक राजनीति की यात्रा है और उसका मकसद अपनी कुर्सी को सुरक्षित करना है. पप्पू ने कहा, 'सात निश्चय जनता के साथ किया जा रहा छलावा है और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग है.'
व्यवस्था की बदहाली पर उठाए सवाल
पप्पू ने नीतीश सरकार से पूछा कि विकास के दावों के बीच आखिर शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, पीडीएस, महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा के मुद्दों पर राज्य सरकार पूरी तरीके से विफल क्यों साबित हो रही है? पप्पू यादव ने सवाल उठाया, 'व्यवस्था बदहाल क्यों हो गई है?'
गरीबी उन्मूलन और पलायन रोकने पर नहीं कोई रणनीति
सांसद ने कहा कि राज्य की 70 फीसदी सिंचाई योग्य जमीन असिंचित है और उसके लिए सात निश्चय में कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. पप्पू ने कहा स्कूल कॉलेजों में छात्र व शिक्षकों का अनुपात बहुत खराब है और अधिकतर पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय भी नहीं है. उन्होंने कहा, 'सात निश्चय में गरीबी उन्मूलन की कोई योजना नहीं है. पलायन रोकने को लेकर भी कोई रणनीति नहीं है.'
हर मोर्चे पर असफल नीतीश सरकार
सांसद ने कहा नीतीश सरकार हर मोर्चे पर अनिश्चय के दौर से गुजर रही है. उन्होंने कहा कि अपने अनिश्चय और अंतर्विरोध में सरकार उलझ कर रह जाएगी और जन जनता बदहाल होती रहेगी.