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नीतीश बोले- इतने मूर्ख नहीं, मैं 2019 में PM पद का दावेदार नहीं

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सामने मजबूत महागठबंधन बनाने की चर्चाओं के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि वो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं.

बिहार के सीएम नीतीश कुमार बिहार के सीएम नीतीश कुमार
सुजीत झा
  • पटना ,
  • 15 मई 2017,
  • अपडेटेड 5:18 PM IST

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सामने मजबूत महागठबंधन बनाने की चर्चाओं के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि वो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं.

दरअसल सीएम नीतीश कुमार पटना में एक कार्यक्रम में थे. यहां जब पत्रकारों ने उनसे ये सवाल किया कि क्या वो 2019 का चेहरा होंगे तो उन्होंने इस पर साफ शब्दों में जवाब दिया. नीतीश कुमार ने ऐसी किसी संभावना से इनकार करते हुए बोला कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में पीएम पद के उम्मीदवार नहीं होंगे.

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'हम इतने मूर्ख नहीं'
पीएम पद की दावेदारी पर नीतीश कुमार बोले, 'हम इतने मूर्ख नहीं हैं, 2019 के दावेदार हम नहीं हैं.' नीतीश कुमार ने आगे कहा, ' मेरे बारे में व्यक्तिगत आकांक्षा दिखाकर तरह-तरह की बात की जाती है. शरद जी अध्यक्ष नहीं बन सकते थे, हम पार्टी के अध्यक्ष बन गए तो इसे मेरे नेशनल एस्पिरेशन के तौर पर देखा जाने लगा.'

नीतीश ने ये भी कहा कि जो लोग मुझमें ये क्षमता देखते हैं, उनका धन्यवाद करता हूं, लेकिन आगे कौन चेहरा बनेगा कोई नहीं कह सकता.

नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के पीएम बनने पर भी राय रखी. नीतीश बोले कि पांच साल मोदी जी को कौन जानता था, लेकिन उनमें क्षमता नजर आई तो पीएम बन गए.

'मैं इस काबिल नहीं'
नीतीश कुमार ने सिर्फ पीएम पद की दावेदारी की संभावनाओं को ही नहीं नकारा बल्कि उन्होंने ये भी कहा कि वो खुद को इस काबिल नहीं मानते. हालांकि नीतीश ने ये जरूर कहा कि जो लोग ऐसा सोचते हैं उनका धन्यवाद.

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लालू की संपत्ति के आरोपों पर पहली बार सफाई
नीतीश कुमार ने पहली बार लालू यादव और उनके परिवार पर लगे संपत्ति के आरोपों पर भी जवाब दिया. नीतीश ने कहा, 'सुशील मोदी की तरफ से जो आरोप लगाए गए हैं, उसका उत्तर लालू जी और आरजेडी नेता दे चुके हैं. मामले की जांच केंद्र के दायरे में है. कंपनी लॉ केंद्र का विषय है. दूसरे पक्ष पर भी आरोप लगा है. लोगों के दिमाग को डाइवर्ट करने की कोशिश हो रही है. यह सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है.'

बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से केंद्र में सरकार बनाने के बाद से ही राज्य विधानसभआ चुनावों में भी बीजेपी ने अपना परचम लहराया है. यूपी में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद ये सवाल और मजबूत हो गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी का मुकाबला करना इतना आसान नहीं होगा. विपक्षी खेमों से ऐसी आवाजें उठती रही हैं कि 2019 में बीजेपी को शिकस्त देने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा. राजनीतिक विश्लेषक भी नीतीश कुमार को पीएम पद का योग्य उम्मीदवार मानते हैं. ऐसे में नीतीश का ये बयान कई अटकलें पैदा करने वाला है.

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