
राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर बिहार की राजनीति हर बीतते दिन के साथ दिलचस्प होती जा रही है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरूवार की दोपहर अचानक राजगीर पहुंच गए. ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी तबियत पिछले दो दिनों से खराब चल रही है. डाक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है. ऐसा कहा जा रहा है कि राजगीर की आबोहवा और स्वास्थ्य लाभ के मद्देनजर वे राजगीर रवाना हुए हैं.
हांलाकि नीतीश कुमार की इस राजगीर यात्रा को जानकार राष्ट्रपति चुनाव से भी जोड़ कर देख रहें हैं. विपक्ष की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार तीन दिन के बिहार दौरे पर आज पटना पहुंच रही हैं. मीरा कुमार की उम्मीदवारी को महागठबंधन में शामिल कांग्रेस और आरजेडी का समर्थन प्राप्त है. वो आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों से संयुक्त रूप से गुरूवार की शाम मिलेंगी. इस अवसर पर जनता दल यू के विधायक नही रहेंगे क्योंकि जनता दल यू ने एनडीए के राष्ट्रपति पद उम्मीदवार और बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया है.
गौरतलब है कि मीरा कुमार का नीतीश कुमार से मिलने का कोई कार्यक्रम नही था और ना ही उनकी तरफ से किसी ने टाईम लिया है. इस दौरे के दौरान वह आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकत करेंगी. शुक्रवार को वह अपने पैतृक गांव चंदवा जाने का कार्यक्रम है.
राष्ट्रपति चुनाव में महागठबंधन के पार्टियों के अलग-अलग समर्थन करने से बिहार में राजनीति एक समय गर्मा गई थी. मीरा कुमार बिहार की बेटी होने के साथ-साथ दलित भी हैं. आरजेडी और कांग्रेस खुलकर उनके समर्थन में है जबकि राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान नीतीश कुमार से अच्छे संबंध का फायदा रामनाथ कोविंद को मिला है. ऐसे में महागठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद जनता दल यू का समर्थन मिल रहा है.
इस बीच लालू प्रसाद यादव ने रामनाथ कोविंद के दलित होने पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि रामनाथ कोविंद दलित नहीं हैं. वे कोली जाति से ताल्लुक रखते हैं. उत्तर प्रदेश में वे भले ही दलित हैं लेकिन गुजरात के भीतर वे ओबीसी के दायरे में आते हैं. वहीं मीरा कुमार पूर्ण रूप से दलित की बेटी हैं. ऐसा सुना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले दो दिनों तक राजगीर में ही रहेंगे. जबतक मीरा कुमार बिहार का दौरा पूरा कर झारखंड नही चली जातीं.