
ईद के दिन केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की ओर से किए गए ट्वीट पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटवार किया है. ईद की नमाज के बाद नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को शुभकामनाएं दीं और फिर बगैर नाम लिए गिरिराज सिंह के बयान की खूब आलोचना की. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की आदत है और वो ऐसे बयान देकर खबरों में बने रहना चाहते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि मीडिया में आने के लिए कुछ लोगों की आदत होती है. ऐसी बात बोलें जिस पर खूब प्रतिक्रिया हो और खबरों में जगह मिल जाए. उन्होंने कहा कि हम शुरू से सभी लोगों के लिए एक समान भाव रखते हैं, ऐसे बयानों की कोई भी तरफदारी नहीं कर सकता. नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में एक-दूसरे के खिलाफ गलत शब्दों के इस्तेमाल से बचना चाहिए. अगर कोई ऐसी बातें बोलता है तो वह अधार्मिक है.
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को ईद की बधाई देते हुए कहा कि देश में सांप्रदायिक सद्भाव और स्नेह बने रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस बार अच्छी बारिश का अनुमान है और हमें उम्मीद है कि बिहार में सूखे के हालात नहीं बनेंगे, अगर ऐसा होता भी है तो हम सभी मिलकर इसका मुकाबला करने के लिए तैयार हैं.
अमित शाह की फटकार
इफ्तार पार्टी को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की ओर से की गई टिप्पणी पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी कड़ी नाराजगी जताई थी. उन्होंने गिरिराज को हिदायत देते हुए कहा कि इस तरह की शिकायत नहीं आनी चाहिए. रमजान के मौके पर बिहार में इन दिनों कई राजनीतिक दलों की ओर से इफ्तार पार्टी दी जा रही है, जिसको लेकर गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया था. दूसरी ओर जेडीयू ने गिरिराज सिंह पर कार्रवाई की मांग कर डाली है.
क्या था गिरिराज का ट्वीट
इफ्तार पार्टी पर तंज करते हुए गिरिराज ने मंगलवार सुबह एक ट्वीट किया था जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की अन्य नेताओं के साथ फोटो शेयर करते हुए कहा था कि इसी तरह फलाहार का कार्यक्रम नवरात्रि पर भी कराया जाना चाहिए. केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर-सुंदर फोटो आते, अपने कर्म धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते हैं?