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बिहारी अस्मिता और बिहार के युवाओं की मेधा की महत्ता पर बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अगर एक दिन दिल्ली, मुंबई, पंजाब और हरियाणा में रह रहे बिहारियों ने काम करना छोड़ दिया तो ये प्रदेश पूरी तरह से ठप पड़ जाएं.
सरदार वल्लभ भाई पटेल की 142वीं जयंती पर आयोजित समारोह में नीतीश कुमार ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के विकास के पीछे बिहारी मजदूरों की मेहनत है और अगर वे 1 दिन वहां काम करना बंद कर दें तो पंजाब और हरियाणा पूरी तरह से ठप पड़ जाएं.
नीतीश ने कहा, "बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद झारखंड के लोग खुश थे, क्योंकि सभी बड़े-बड़े खदान उनके राज्य में आ गए थे और बिहार के लोगों में निराशा थी. मगर बिहार के लोग अपनी मेहनत के दम पर इतना आगे बढ़ चुके हैं कि उन्हें याद तक नहीं है कि झारखंड भी कभी बिहार का हिस्सा हुआ करता था."
2017- 2022 के लिए बन रहे बिहार के तीसरे कृषि रोडमैप का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि कृषि रोडमैप को अंतिम स्वरूप दिया जा रहा है और 9 नवंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पटना में इसे लांच करेंगे.
नीतीश ने कहा, "तीसरे कृषि रोडमैप के तहत नए सिरे से बिहार के खेतों का सर्वेक्षण किया जाएगा और राज्य सरकार एरियल सर्वे कराकर खेतों के सर्वेक्षण का काम पूरा करेगी. खेतिहर जमीन के सर्वेक्षण का काम हो जाने के बाद बड़ी तेजी से जमीनी विवाद के मामले समाप्त होंगे."
नीतीश ने कहा कि नए कृषिरोड मैप में ऑर्गेनिक फार्मिंग पर ज्यादा जोर दिया गया है, इसकी वजह यह है कि ऑर्गेनिक फार्मिंग के जरिए जो भी फसल की उपज हो रही है उसकी गुणवत्ता अच्छी है.