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शराबबंदी फेल होने वाली नहीं हैः नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि लोग कहते हैं कि शराबबंदी का आइडिया फेल हो गया है लेकिन ऐसा नहीं होगा. उन्होंने एक बार फिर शराबबंदी को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

नीतीश कुमार नीतीश कुमार
मोनिका शर्मा/सुजीत झा
  • पटना,
  • 05 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:28 AM IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि लोग कहते हैं कि शराबबंदी का आइडिया फेल हो गया है लेकिन ऐसा नहीं होगा. उन्होंने एक बार फिर शराबबंदी को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

कुछ ने सराहा तो कहीं हुई आलोचना
नीतीश ने कहा , 'लोग कह रहे हैं कि इतनी शराब पकड़ी जी रही है और जहरीली शराब कांड हो गया. शराबबंदी फेल हो गई लेकिन ये फेल होने वाली नहीं है.' मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के बाद तरह-तरह की बातें सुनने को मिलती है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उनके काम को सराहा है तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो कहते हैं कि हम डिरेल हो गए हैं.

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लोगों का मन बदलना जरूरी
गायत्री परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने इस बात पर हैरानी जताई कि किस तरह लोग पैसे के लोभ में जोखिम उठाकर शराब की तस्करी करने में लगे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून की ताकत की एक सीमा है और जरूरी है कि लोगों का मन बदले, तभी शराबबंदी पूरी तरह सफल होगी.

नीतीश को यकीन, स्वीकार कर लेंगे लोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि वो छात्र जीवन से ही शराब के खिलाफ रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे मौका मिला तो इसे राज्य में बंद कर दिया.' उन्होंने स्वामी विवेकानंद के कथन को सुनाया, जिसमें कहा गया है कि हर अच्छी बात पहले मजाक बनती है, ‌फिर विरोध होता और बाद में लोग उसे स्वीकार करते हैं. नीतीश ने कहा, 'इसी तरह शराबबंदी को लेकर मेरा अभी कुछ लोग मजाक उड़ा रहे हैं, लेकिन अंतत: सब लोग इसे स्वीकार करेंगे.'

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कुछ लोग फैला रहे हैं असहिष्णुता
उन्होंने कहा कि वो गायत्री परिवार के किसी कार्यक्रम में पहली बार आए हैं और यहां आकर एक ही हॉल में उन्हें कई चीजें पढ़ने को मिली. नीतीश ने कहा, 'इनका मैं पालन करता रहा हूं. यहां लिखा है कि सभी धर्मों का सम्मान करो. यही तो सहिष्णुता है, जिसकी समाज में आज सबसे अधिक आवश्यकता है. कुछ लोग असहिष्णुता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.'

गंगा की निर्मलता के लिए उसकी अविरलता जरूरी
उन्होंने कहा कि आज गंगा की निर्मलता की बात कही जा रही है, लेकिन इसके लिए जरूर है कि इसकी अविरलता कायम रहे. आज अविरलता संकट में है. इसके लिए गंगा में जमे गाद को हटाना होगा. बिहार में बाढ़ की गंभीर समस्या को देखते हुए नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से एक बार फिर आग्रह किया कि फरक्का बराज के औचित्य पर अध्ययन के लिए जल्द विशेषज्ञों की टीम बिहार भेंजें.

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने भी नीतीश कुमार के शराबबंदी की मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पहल पूरे देश में होनी चाहिए.

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