
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद पर बड़ा हमला किया और कहा कि वह लालू की बातों का नोटिस ही नहीं लेते हैं. बिहार उपचुनाव के लिए प्रचार के बाद नीतीश सोमवार शाम पटना लौटे. यहां पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान जब नीतीश से पूछा गया कि लालू ने बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास को 'भकचोंहर' कह कर संबोधित किया है? तो इसपर नीतीश ने लालू पर तंज कसा और कहा कि वह कभी भी लालू की बात का नोटिस नहीं लेते हैं.
'भला हम लालू की बात का औचित्य साबित करेंगे?'
नीतीश ने कहा 'भला हम लालू की बात का औचित्य साबित करेंगे? हम तो नोटिस ही नहीं लेते... इनका काम है कुछ कुछ बोलते हैं ना... काम तो करना नहीं है कभी... सिर्फ जुबान से बोलते रहना है.. ऐसे लोगों की बात पर हम कभी ध्यान ही नहीं देते.'
'बिहार को पहले 700 मेगावाट बिजली मिलता था...'
वहीं दूसरी तरफ नीतीश ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा बिहार की सड़कों के बदतर हालात को लेकर सरकार की खिंचाई किए जाने का भी जवाब दिया. नीतीश ने कहा- पहले तो बहुत अच्छा सड़क था? खूब अच्छा सड़क था ना? उन लोगों को अपने जमाने के बारे में बताना चाहिए... जो लोग बाढ़ पीड़ित होते थे उन्हें कभी कुछ मिलता था? बिहार को पहले 700 मेगावाट बिजली मिलता था... अब 6500 मेगावाट बिजली मिलता है.. बिहार में कितना ज्यादा बिजली मिलता था और अभी कितना कम मिलता है.. आप ही सोच लीजिए.''
दरअसल, तेजस्वी पिछले कुछ दिनों से कुशेश्वरस्थान में होने वाले उपचुनाव को लेकर लगातार सड़क मार्ग से इलाके का दौरा कर रहे हैं और वहां की बदहाल सड़कों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं. यहां वे नीतीश कुमार के 16 साल के शासनकाल में हुए विकास के काम पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
'हम लालू की बात को महत्व नहीं देते'
नीतीश ने आगे कहा कि वह पूरे बिहार को अपना परिवार समझते हैं मगर कुछ लोग (लालू प्रसाद) अपने निजी परिवार को सब कुछ समझते हैं. नीतीश ने कहा 'ई लोग अंदर रहता है तब बतियाता है... बाहर रहता है तब बतियाता है... हमको इन लोगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देना है... हम जानते जब यह लोग राज करते थे तो क्या करते थे... कोई सेवा करते रहे ? इनको बस कुछ बोलना है... बोलते रहे.. हम कोई महत्व नहीं देते.'