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मिट्टी घोटाले की जांच के लिए विपक्ष ने नीतीश से की सर्वदलीय समिति के गठन की मांग

बिहार में मिट्टी घोटाला के उजागर होने के बाद विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस पूरे मामले की जांच एक सर्वदलीय समिति से कराने की मांग की है.

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रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 05 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 10:57 PM IST

बिहार में मिट्टी घोटाला के उजागर होने के बाद विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस पूरे मामले की जांच एक सर्वदलीय समिति से कराने की मांग की है. सर्वदलीय समिति के गठन को लेकर बीजेपी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने बिहार के मुख्यमंत्री के ऊपर दबाव बनाना शुरु कर दिया है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने मंगलवार को मिट्टी घोटाले को उजागर किया था और आरोप लगाया था कि 90 लाख रुपए के इस घोटाले में लालू यादव के अलावा उनका बड़ा बेटा और वन पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव शामिल है. मोदी ने आरोप लगाया था कि लालू यादव के परिवार का पटना में जो मॉल का निर्माण हो रहा है, वहां की मिट्टी को बिना टेंडर निकाले एक निजी कंपनी के जरिए पटना चिड़ियाघर को 90 लाख रुपए में बेच दिया गया.

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हालांकि लालू प्रसाद और उनके बेटे तेज प्रताप, दोनों ने ऐसे किसी भी घोटाले के होने से इंकार किया है. लालू ने यहां तक कह दिया कि वह इस मामले को लेकर किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार है. इसी बात को आधार बनाते हुए सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से मांग की है कि जब लालू यादव खुद जांच के लिए तैयार है तो ऐसे में एक सर्वदलीय समिति का गठन किया जाना चाहिए और घोटाले की जांच की जानी चाहिए.

सुशील मोदी का कहना था कि लालू राबड़ी के राज में चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला और दवा घोटाला सहित दर्जनों घोटाले हुए और इन सभी घोटाले में लालू यादव कहते रहे कुछ भी नहीं हुआ है मगर जब इन घोटालों की जांच हुई तो लालू यादव को जेल तक जाना पड़ा था.

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गौरतलब है कि सुशील मोदी मिट्टी घोटाले को लेकर अपने आरोपों पर कायम हैं और कहा है कि इस घोटले से जुड़े तमाम दस्तावेजों को जप्त कर सील कर दिया जाना चाहिए क्योंकि बैक डेट में दस्तावेजों में छेड़-छाड़ कर दुरुस्त किया जा रहा है.

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