
केंद्र की सत्ता से नरेंद्र मोदी और बीजेपी को उखाड़ फेंकने के लिए पटना में 23 जून यानी कल विपक्षी दलों की अहम बैठक है. बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार की जाएगी. इस बैठक में शामिल होने के लिए नेता 22 जून यानी आज से ही पटना पहुंचने लगेंगे.
जानकारी के मुताबिक सबसे पहले गुरुवार सुबह पीडीपी सुप्रीमो और जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती पटना पहुंच गईं. वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शाम करीब 4:30 बजे पहुंचेंगी. बनर्जी के साथ टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी भी होंगे. तय कार्यक्रम के मुताबिक ममता बनर्जी पटना पहुंचने के बाद सीधे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करने उनके आवास 10, सर्कुलर रोड जाएंगी. वहीं बैठक के बाद ममता शाम 4 बजे कोलकाता लौट जाएंगी.
वहीं ममता के आने के करीब एक घंटे बाद AAP संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पहुंचेंगे.
जानकारी के मुताबिक नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, भाकपा महासचिव डी राजा और भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य भी आज ही पटना पहुंच जाएंगे. इनके अलावा उद्धव ठाकरे और शरद पवार के कल पटना पहुंचने की सूचना है.
बैठक में आरएलडी चीफ जयंत सिंह को भी शामिल होने था लेकिन पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम कारणों से वह विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे. जयंत चौधरी ने नीतीश कुमार को बैठक की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी हैं.
जेडीयू | नीतीश कुमार |
आरजेडी | तेजस्वी यादव |
कांग्रेस | राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे |
तृणमूल कांग्रेस | ममता बनर्जी |
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी | शरद पवार |
शिवसेना यूबीटी | उद्धव ठाकरे |
आम आदमी पार्टी | अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह |
समाजवादी पार्टी | अखिलेश यादव |
झारखंड मुक्ति मोर्चा | हेमंत सोरेन |
डीएमके | एमके स्टालिन |
नेशनल कॉन्फ्रेंस | उमर अब्दुल्ला |
पीडीपी | महबूबा मुफ्ती |
भाकपा | डी राजा |
भाकपा माले | दीपांकर भट्टाचार्य |
माकपा | सीताराम येचुरी |
बिहार के मंत्री विजय चौधरी ने स्पष्ट कर दिया किया बैठक में सीट शेयरिंग और पीएम चेहरे के मुद्दे पर चर्चा नहीं होगी. उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि देश में सरकार बदलने की चर्चा की कोशिश पटना में हो रही है. यह ऐतिहासिक मुलाकात है. ऐसा इवेंट कभी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि विपक्ष को एकजुट करने और बीजेपी से लड़ने का एजेंडा पहले ही घोषित किया जा चुका है. जिन विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया था, वे सभी आ रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों विपक्षी नेताओं को चिट्ठी लिखकर आग्रह किया है कि विपक्षी पार्टियों की मीटिंग में अध्यादेश को संसद में हराने पर सबसे पहले चर्चा हो.
उन्होंने कहा कि अगर पूरा विपक्ष एक साथ लड़ेगा तो बीजेपी सत्ता में नहीं लौटेगी. उन्होंने कहा कि कई विपक्षी दलों में राज्य स्तर पर मतभेद हो सकते हैं लेकिन यह पहली बैठक है. इसमें एक साथ लड़ने का साझा निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल, ममता और स्टालिन के कई मुद्दे हो सकते हैं, लेकिन दिल्ली अध्यादेश जैसे मुद्दों पर अलग से चर्चा की जा सकती है. पीएम कौन बनेगा विपक्ष का चेहरा यह बीजेपी प्रायोजित एजेंडा है. चुनाव के बाद पीएम के नाम पर चर्चा होगी. केजरीवाल और नीतीश ने कभी नहीं कहा कि वे पीएम उम्मीदवार हैं. पटना की बैठक में सीट शेयरिंग और पीएम चेहरे के मुद्दे पर चर्चा नहीं होगी.
वहीं एकजुटता बैठक को लेकर सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक, अणे मार्ग के चारों तरफ से सुरक्षा को लेकर घेराबंदी कर दी गई है. उनके आवास तक जाने वाले सभी सड़क मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दिया गया है. पुलिस और प्रशासन के लोगों के अलावा किसी के भी उस मार्ग पर जाने पर रोक लगा दी गई है.
विपक्षी दलों के बड़े नेता जो पटना आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर नेताओं को Z और Z+ सुरक्षा मिली हुई है. इसी कारण से बिहार पुलिस इस बात को सुनिश्चित कर रही है कि उनकी सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसलिए सीएम आवास और जहां सभी नेताओं को ठहराया जा रहा है, उन इलाकों को सील कर दिया गया है.
विपक्षी दलों के नेताओं के ठहराने के लिए स्टेट गेस्ट हाउस, सर्किट हाउस के अलावा मौर्या होटल और चाणक्य होटल में विशेष व्यवस्था की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टेट गेस्ट हाउस में सीएम, पूर्व सीएम, पार्टी अध्यक्षों के ठहरने की व्यवस्था की गई है. उनके साथ आने वाले नेताओं और अफसरों के लिए बाकी तीन जगह ठहराने की व्यवस्था की गई है.