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शिक्षक बनकर डीएम पहुंचे सरकारी स्कूल, खुश नजर आईं छात्राएं

बिहार में सरकारी स्कूलों में शिक्षा के हालात किसी से छिपे नहीं है, और इसी हालात को बेहतर करने के लिए पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने आज पटना के सरकारी विद्यालय बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल पहुंचे, जहां डीएम साहब ने सभी छात्राओं को अपना कॉन्फिडेंट लेवल बढ़ाने के साथ-साथ स्कूलों में परेशानियों को अधिकारियों के सामने रखने की बात की.

बिहार एजुकेशन बिहार एजुकेशन
सुजीत झा
  • पटना,
  • 27 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 10:54 PM IST

पटना के डीएम आज शिक्षक की भूमिका में दिखे. जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने पटना के बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल में छात्राओं को नैतिकता का पाठ पढ़ाया उन्हें मोटिवेट किया. डीएम ने सभी छात्राओं से पूछा क्या वो आईएएस बनना चाहती हैं. शिक्षा में सुधार और गणवत्ता लाने के लिए पटना के डीएम की यह नई पहल है.

इस कार्यक्रम की शुरूआत शुक्रवार से हुई है. आईडिया ये है कि जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी सप्ताह में एक घंटा अपने अपने इलाके के स्कलों में देंगे. इससे शिक्षा का स्तर भी सुधरेगा मिड डे मील के गुणवत्ता में सुधार होगा. साथ ही स्कूलों की निगरानी भी हो सकेगी. डीएम के मुताबिक बाद में इसमें पुलिस अधिकारी भी शामिल होंगे.

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बिहार में सरकारी स्कूलों में शिक्षा के हालात किसी से छिपे नहीं है, और इसी हालात को बेहतर करने के लिए पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने आज पटना के सरकारी विद्यालय बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल पहुंचे, जहां डीएम साहब ने सभी छात्राओं को अपना कॉन्फिडेंट लेवल बढ़ाने के साथ-साथ स्कूलों में परेशानियों को अधिकारियों के सामने रखने की बात की.

उन्होंने कहा कि आप लोग डीएम बनाना चाहते हैं. डीएम साहब ने सभी छात्राओं को ये भी आश्वासन दिया कि उन्हें स्कूल में किसी तरह की कमी नहीं होगी. मौके पर डीएम साहब ने ये वायदा भी किया कि हमारे सभी अधिकारी अब से सभी सरकारी स्कूलों में रोस्टर से निरीक्षण करेंगे और सरकारी स्कूलों में जो कमियां हैं उसे दूर किया किया जाएगा.

डीएम को क्लास में देखकर छात्राओं में काफी उत्साह दिखा. वे काफी खुश दिख रही थीं. मानसी कुमारी ने डीएम के स्कूल में आने को अच्छा कदम बताया वहीं निभा रानी ने कहा कि डीएम साहब ने हम लोगों को पढ़ने की जिज्ञासा को बढा दिया. हमें लक्ष्य प्राप्ति के गुण भी सिखाए.

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डीएम साहब ने शुरूआत तो पटना के अच्छे स्कूल से की है उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पटना जिले के दूरदराज स्कूलों में जाकर अत्यंत पिछड़े हुए बच्चों को भी मोटिवेट करेंगे.

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