
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार को महाबैठक में सभी विपक्षी दलों से कहा- आप लोग नेतृत्व करें, मैं समन्वय करूंगा. हम आज कोई नीति बनने की उम्मीद नहीं कर सकते लेकिन हम दो-तीन बैठकों के बाद इसकी उम्मीद कर सकते हैं. उन्होंने कहा- हम बीजेपी को 150 सीटों पर समेट सकते हैं क्योंकि उनके पास 37% वोट हैं.
इसके बाद नीतीश ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि महाबैठक में देश की सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया. बैठक अच्छी रही. इसमें मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया. एकसाथ चलने पर बात हुई है. हम सब साथ रहे तो बीजेपी जरूर पराजित होगी. अब मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में अगली और अंतिम बैठक 12 जुलाई को शिमला में होगी. उन्होंने कहा कि अगली बैठक में तय होगा कि कौन कहां लड़ेगा.
इसके बाद बाकी दलों ने कांग्रेस नेताओं से अपनी बात रखने को लेकिन राहुल गांधी कहा, "हम आखिरी में बोलेंगे. राहुल गांधी ने कहा कि वह इस बैठक में पुरानी घटनाओं को याद किए बिना आए हैं यानी उनके मन में कोई शिकायत नहीं है. बीजेपी के पास संस्थागत एकाधिकार और वित्तीय एकाधिकार है. हमें उससे लड़ना होगा.
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत की नींव पर हमला हो रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष लचीलेपन के साथ मिलकर काम करेगा और आम वैचारिक मूल्यों की रक्षा करेगा. विपक्षी दलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है. BJP और RSS आक्रमण कर रहे हैं.
- आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव बैठक में ने सभी दलों से बड़े दिल वाला बनने का आग्रह किया. उन्होंने सुझाव दिया कि हर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी को नेतृत्व करना चाहिए. इसके बाद उन्होंने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब मैं पूरी तरह से फिट हो गया हूं. हम सब लोगों को साथ मिलकर लड़ना है. उन्होंने कहा कि देश की जनता बोलती थी कि आप लोग साथ नहीं आते हैं, जिससे वोट बंट जाता है और बीजेपी जीत जाती है, लेकिन अब हमें एक साथ होकर लड़ना है.
- एनसीपी चीफ शरद पवार ने बैठक में लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की करने की बात कही है. उन्होंने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि आपसी मतभेद छोड़कर सभी दल आगे बढ़ेंगे.
- AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा- जहां तक संभव चुनाव में फाइट के लिए 1VS1 का फॉर्मूला लागू होना चाहिए. हमें सीटें छोड़ने में खुशी होनी चाहिए. अभी अपनी पार्टी का विस्तार न करें क्योंकि बैठक 2024 का चुनाव जीतने को लेकर है. मुद्दों पर व्यापक सहमति होनी चाहिए. मैं अध्यादेश पर कांग्रेस से समर्थन का अनुरोध करता हूं.
- तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने बैठक में अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग फॉर्मूला तैयार करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सभी सीट-साझाकरण व्यवस्था के लिए एक फॉर्मूला ठीक नहीं होगा.
- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी 1VS1 का फॉर्मूले की बात कही. उन्होंने कहा कि देश के व्यापक हित पर ध्यान देना होगा. एक तरफ मोदी हैं और दूसरी तरफ भारत के लोग. इसके बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा कि हम सभी दल एक हैं. पटना में बैठक रखने का यह प्रस्ताव मैंने ही नीतीश जी को दिया था. ऐसा इसलिए क्योंकि पटना से जो आंदोलन शुरू होता है वो विशाल रूप लेता है. ममता ने कहा कि हमें विपक्षी बोलना ठीक नहीं है.
- उद्धव ठाकरे ने बैठक में कहा कि यह लड़ाई तानाशाही बनाम लोकतंत्र है. हमें विपक्ष न कहें, हमें देश प्रेमी और प्रजातंत्र का प्रेमी कहें. उद्धव ने कहा कि हम देश को बचाने के लिए एक साथ आए हैं. शुरुआत अच्छी होती है तो आगे सब अच्छा ही होता है.
- पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर के साथ जो हुआ, वही पूरा भारत के साथ हुआ. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हमारा यहां आना नीतीश कुमार की कामयाबी है. लोकतंत्र और संविधान पर हमला किया जा रहा है. जम्मू-कश्मीर में जो कुछ हो रहा था, अब वह पूरे देश में हो रहा है. हम लोग गांधी के मुल्क को गोडसे का मुल्क नहीं बनने देंगे.
- नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जीतने के लिए आपको "बड़ा दिल" चाहिए. वहीं संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं है. ये देश के संविधान को बचाने की लड़ाई है. हम तमाम दल देश को बर्बादी से बचाने के लिए एक साथ आए हैं. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ा मुद्दा है कि जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा मिले. जम्मू-कश्मीर में दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या हुई है.
- माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने बैठक में कहा कि विपक्षी दलों को लोगों के मुद्दों को उठाना चाहिए और लोगों में विश्वास पैदा करना चाहिए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीताराम येचुरी ने कहा कि हमें देश के संविधान की रक्षा करनी है. बीजेपी धर्मनिरपेक्ष देश को बदलने की कोशिश कर रही है. हमें देश के इसी चरित्र को बचाने की कोशिश करनी है. देश का संघीय ढांचा बचाना जरूरी है. अगर हालात ऐसे रहे, तो आने वाले वक्त में जनआंदोलन किया जाएगा.
- झारखंड के हेमंत सोरेन ने दलों से विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने और संयुक्त अभियान पर विचार करने का आग्रह किया. इसके बाद संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि यह लड़ाई देश और संविधान बचाने की है. यह संघीय ढांचे को बचाने की लड़ाई है.
- सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "बड़े मंच के लिए बड़ा दिल चाहिए. हम सभी बीजेपी विरोधी हैं लेकिन हमारा झुकाव कांग्रेस की ओर है. इसके बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने कहा कि हम सब मिलकर काम करेंगे. यहां पर आज दल नहीं हैं, बल्कि पूरा देश के नेता मिल रहे हैं. बिहार नवजागरण का गवाह बन रहा है.
महाबैठक में 15 दलों के 27 नेता शामिल हुए हैं. इन नेताओं के नाम नीतीश कुमार (जेडीयू), ममता बनर्जी (एआईटीसी), एमके स्टालिन (डीएमके), मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस), राहुल गांधी (कांग्रेस), अरविंद केजरीवाल (आप), हेमंत सोरेन (झामुमो), उद्धव ठाकरे (एसएस-यूबीटी), शरद पवार (एनसीपी), लालू प्रसाद यादव (राजद), भगवंत मान (आप), अखिलेश यादव (सपा), केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), सुप्रिया सुले (एनसीपी), मनोज झा (राजद), फिरहाद हकीम (एआईटीसी), प्रफुल्ल पटेल (एनसीपी), राघव चड्ढा (आप), संजय सिंह (आप), संजय राऊत (एसएस-यूबीटी), ललन सिंह (जेडीयू),संजय झा (जेडीयू), सीताराम येचुरी (सीपीआईएम), उमर अब्दुल्ला (नेकां), टीआर बालू (डीएमके), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), दीपंकर भट्टाचार्य (सीपीआईएमएल)तेजस्वी यादव (राजद), अभिषेक बनर्जी (एआईटीसी), डेरेक ओ'ब्रायन (एआईटीसी), आदित्य ठाकरे (एसएस-यूबीटी) और डी राजा (सीपीआई) हैं.