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बिहार के टेरर मॉड्यूल का SIMI-PFI कनेक्शन, पटना पुलिस ने की पांचवीं गिरफ्तारी, PM मोदी थे निशाने पर

बिहार के फुलवारी शरीफ में टेरर मॉड्यूल का SIMI-PFI कनेक्शन सामने आया है. अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पटना पुलिस का दावा है कि SIMI के सदस्यों के टारगेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे.

पटना टेरर मॉड्यूल के आरोपी पटना टेरर मॉड्यूल के आरोपी
अरविंद ओझा/रोहित कुमार सिंह
  • दिल्ली,
  • 14 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 11:26 PM IST
  • गिरफ्तार लोगों में बम धमाके के आरोपी का भाई भी
  • पटना पुलिस ने अब तक 5 लोगों को किया अरेस्ट, NIA ने भी शुरू की जांच

पटना टेरर मॉड्यूल केस में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो एक खास समुदाय के लोगों को प्रशिक्षित कर रहे थे. इसके बाद इस पूरे मामले की जांच एनआईए ने भी शुरू कर दी है. इससे पहले पटना पुलिस ने फुलवाशरीफ से अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया था. इसके बाद मरगूब दानिश, अरमान मलिक और शब्बीर आलम को अरेस्ट किया गया.

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पटना पुलिस का दावा है कि खास समुदाय के लड़कों का ब्रेनवॉश करने के बाद उन्हें प्रशिक्षण सिमी का सदस्य अतहर परवेज दे रहा था.अतहर परवेज का भाई मंजर आलम पटना के गांधी मैदान में साल 2013 में पीएम मोदी की हुंकार रैली और बोध गया में हुए बम धमाकों के गिरफ्तार हुआ था. वो फिलहाल जेल में है.

फिर से टारगेट पर थे पीएम नरेंद्र मोदी

फुलवारी शरीफ से SIMI के अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन गिरफ्तार हुए हैं. पुलिस की FIR के मुताबिक, इस बार भी पटना में हुए पीएम नरेंद्र मोदी के प्रोग्राम में गड़बड़ी फैलाने की साजिश थी, जबकि 2013 में पीएम मोदी की रैली में धमाका भी SIMI से जुड़े आतंकियों ने किया था. इस मामले में अतहर परवेज का भाई मंजर आलम गिरफ्तार हुआ है.

आरोपियो के पास से PFI का झंडा और पंपलेट बरामद

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पटना पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों के तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े हैं. पुलिस ने इन दोनों के पास से पीएफआई का झंडा, बुकलेट, पंपलेट और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं, जिसमें भारत को 2047 तक इस्लामिक मुल्क बनाने का जिक्र किया गया है.

फुलवाशरीफ में लड़कों को दे रहे थे ट्रेनिंग

पटना पुलिस ने बताया कि ये दोनों फुलवारी शरीफ इलाके में आतंक की पाठशाला चला रहे थे. अतहर परवेज मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा देने के नाम पर मोहम्मद जलालुद्दीन के साथ एनजीओ चला रहा था. अतहर ने 16 हजार रुपये के किराए पर मोहम्मद जलालुद्दीन के फुलवारीशरीफ स्थित अहमद पैलेस, नया टोला इलाके में फ्लैट लिया था.

हिंदुओं के खिलाफ मुस्लिमों को भड़काना था मकसद

अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन दोनों एनजीओ के नाम पर लड़कों को ट्रेनिंग दे रहे थे. उनका मुख्य उद्देश्य हिंदुओं के खिलाफ मुस्लिमों को भड़काना था. मुस्लिम नौजवानों को यह दोनों अस्त्र-शास्त्र की ट्रेनिंग दिया करते थे और फिर राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर, जिला स्तर पर पीएफआई और एसडीपीआई के सक्रिय सदस्यों के साथ बैठक में किया करता था.

पटना पुलिस ने बताया कि 6 और 7 जुलाई को अतहर परवेज ने किराए पर लिए गए ऑफिस में कई युवाओं को मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा देने के नाम पर बुलाया, फिर उन्हें अस्त्र-शस्त्र की ट्रेनिंग और धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए भड़काया.

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