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कभी तालाब, कभी कब्रिस्तान, बिहार में शराब तस्करी के ऐसे-ऐसे जुगाड़ देख हो जाएंगे हैरान

बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद वहां शराब तस्करों की चांदी हो गई थी. वो दूसरे राज्य से चोरी छुपे शराब लाकर उसे वहां बेहद ऊंची कीमत पर बेचकर खूब पैसा कमाते थे. इस दौरान पुलिस से बचने के लिए तस्करों ने ऐसी-ऐसी तरकीबें निकाली जिसे देखकर आबकारी विभाग और पुलिस के भी पसीने छूट जाते थे.

बिहार में शराबबंदी लागू बिहार में शराबबंदी लागू
aajtak.in
  • पटना,
  • 28 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 5:35 PM IST
  • बिहार में अब शराब पीने पर नहीं होगी जेल
  • बिहार सरकार ने नियमों में किया बदलाव

बिहार में शराबबंदी लागू किए जाने के पांच साल बाद अब नीतीश सरकार ने इसमें बड़ा बदलाव किया है. अब शराब पीते हुए पकड़े जाने पर आरोपियों को जेल नहीं जाना पड़ेगा. हालांकि इस बदलाव के साथ नए नियम में कुछ शर्तें भी जोड़ी गई हैं.

अब शराब पीने वाले शख्स को पकड़ाने पर जेल जाने से बचने के लिए शराब माफियाओं की जानकारी देनी होगी. बता दें कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद इसकी तस्करी के लिए ऐसे-ऐसे हथकंडे अपनाए जाते थे जिसे देखकर पुलिस भी हैरान हो जाती थी.

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डंपर में शराब की तस्करी

इस फैसले से एक दिन पहले ही भागलपुर से तस्करी कर लाई जा रही शराब की बड़ी खेप को नवगछिया में पुलिस ने एक हायवा (डंपर) से पकड़ा था. करीब 350 पेटी शराब बरामद हुई थी. हैरानी की बात ये है कि डंपर का काम किसी भी बड़े निर्माण कार्य में मिट्टी, बालू, सीमेंट, पत्थर जैसे चीजों को ढोने के लिए किया जाता है लेकिन किसी को शक ना हो इसलिए तस्कर उसका इस्तेमाल कर रहे थे.

हाइड्रोलिक सिस्टम के जरिए शराब तस्करी का जुगाड़ 

बीते साल होली के मौके पर बिहार में तस्करों ने पिकअप वैन में हाइड्रोलिक सिस्टम लगाकर शराब की पेटियों को छुपाया था. शराब की जिस खेप को पिकवैन के नीचे लगे हाइड्रोलिक सिस्टम से बरामद किया गया था उसे होली में राज्य में बेचा जाना था.

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हाइड्रोलिक सिस्टम का इस्तेमाल पावर ट्रांसमिशन के लिए गाड़ियों में किया जाता है. इसका इस्तेमाल ट्रॉली को ऊपर उठाने में किया जाता है.                                   

तस्करी के लिए बदला कार का नंबर प्लेट

साल 2021 के मार्च महीने में  सासाराम में बिहार पुलिस ने शराब से लदी एक ऐसी कार पकड़ी थी जिसका हर 30-40 किलोमीटर पर नंबर प्लेट और ड्राइवर बदल दिया जाता था ताकि गाड़ी की पहचान ना हो सके और पुलिस को चकमा दिया जा सके.

मुर्गी के दानों के बीच शराब

साल 2019 में शराब तस्करों ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की नायाब कोशिश की थी. दो ट्रकों में मुर्गी दाने की बोरियों के नीचे शराब की बड़ी खेप ले जा रहे थे. पुलिस तस्करी का यह तरीका देखकर हैरान रह गई थी. इस मामले में 9 तस्करों को भी गिरफ्तार भी किया गया था.

बाइक में गुप्त बॉक्स बनाकर तस्करी

यूपी से सटे बिहार के छपरा में पुलिस उस वक्त हैरान रह गई थी जब बाइक में गुप्त बॉक्स बनकर शराब की तस्करी का मामला सामने आया था. जब पुलिस ने बाइक की जांच की तो उससे शराब की कई बोतलें बरामद हुई थी. ये गुप्त बॉक्स बाइक की सीट के नीचे बनाया गया था जहां लोहे को जोड़कर जगह बनाई गई थी.            

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कब्रिस्तान और तालाब में शराब

बिहार के दरभंगा में पुलिस ने गंगासागर तालाब के पास कब्रिस्तान से शराब की बड़ी खेप बरामद की थी. इसके बाद पुलिस ने पूरे कब्रिस्तान की तलाशी ली थी.     

 

इतना ही नहीं मुजफ्फरपुर के मुशहरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक तालाब से 477 लीटर शराब बरामद की थी. पुलिस ने बताया था कि तालाब में नीचे गड्डा बनाकर शराब की बोतलें छिपाई गईं थी.

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