
बिहार विधानसभा में मंगलवार को CM नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया, उस पर तेजस्वी यादव ने उनका बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि नीतीश सेक्स एजुकेशन की बात कर रहे थे, जिसकी पढ़ाई स्कूलों में भी होती है. इस मामले में तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव किस स्कूल में गए हैं और किस स्कूल में सेक्स एजुकेशन की पढ़ाई उन्होंने की है, वो बात जनता को सार्वजनिक करनी चाहिए.
प्रशांत किशोर ने कहा कि जहां तक जनता जानती है कि तेजस्वी ने 9वीं कक्षा भी पास नहीं की है. तो वह किस स्कूल में गए. उन्होंने कहा कि इससे तेजस्वी यादव के ज्ञान का भी प्रदर्शन हो रहा है, जो बताता है कि जब आप खुद स्कूल नहीं गए तो आपको तो यही लगेगा. प्रशांत किशोर ने तंज करते हुए कहा कि तेजस्वी को कैसे मालूम होगा कि स्कूल में सेक्स एजुकेशन कैसे पढ़ाया जाता है. पीके ने कहा कि स्कूलों में सेक्स एजुकेशन इस तरह से नहीं पढ़ाया जाता है, उस भाषा में और उस वल्गैरिटी के साथ तो कतई नहीं बताया जाता है, जिस तरीके से इस राज्य के मुखिया ने विधानसभा में खड़े होकर कहा.
घर-घर जाकर सेक्स एजुकेशन दें तेजस्वीः PK
प्रशांत किशोर ने कहा कि इस राज्य में आधी आबादी महिलाओं की है और जिस भाषा का नीतीश प्रयोग कर रहे हैं, जिस संदर्भ में तेजस्वी ने बात की है कि ये सेक्स एजुकेशन का हिस्सा है. तेजस्वी यादव के ही पार्टी के शिक्षा मंत्री हैं, तो यहां की शिक्षा में सेक्स एजुकेशन को शामिल कर दीजिए. तेजस्वी यादव भी घर-घर जाकर सेक्स एजुकेशन दें, तो पता चलेगा कि पब्लिक कैसे रिएक्ट करती है.
क्या कहा था नीतीश कुमार ने?
विधानसभा में चर्चा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में महिलाओं की साक्षरता बढ़ी है. उन्होंने कहा कि लड़की पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रित रहेगी. इसे समझना के लिए सीएम नीतीश ने कहा, 'लड़की पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगा. तब पुरुष रोज रात में करता है ना. उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है. लड़की अगर पढ़ लेगी तो उसको भीतर मत ..., उसको .... कर दो. इसी में संख्या घट रही है.'
विवादित बयान पर मांगी माफी
नीतीश ने कहा कि 'महिला साक्षरता में बहुत सुधार हुआ है. ये 51 फीसदी से बढ़कर 73 फीसदी से ऊपर हो गई है. महिला शिक्षा की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है. मैट्रिक पास संख्या 24 लाख से बढ़कर 55 लाख से ऊपर है. इंटर पास महिलाओं की संख्या पहले 12 लाख 55 हजार थी. अब 42 लाख से ऊपर है. ग्रैजुएट महिलाओं की संख्या 4 लाख 35 हजार से बढ़कर 34 लाख के पार हो गई है.' हालांकि विवादित पर बढ़ता बवाल देख नीतीश कुमार ने माफी मांग ली है.