
साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर बिहार की ज्योति पासवान के पिता की मौत हो गई है. ज्योति के पिता की मौत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने साइकिल गर्ल से फोन पर बात की. प्रियंका गांधी ने ज्योति की पढ़ाई का खर्च उठाने की घोषणा की है. कांग्रेस नेता मशकूर अहमद उस्मानी ने प्रियंका गांधी का भेजा संवेदना पत्र ज्योति को दिया.
वहीं, बीजेपी विधायक ने सवाल उठाया कि एक वर्ष बाद कांग्रेस नेता को ज्योति की याद आई. विधायक ने कहा कि ज्योति के चेहरे के आगे प्रियंका गांधी अपना चेहरा चमका रही हैं. उन्होंने प्रियंका पर दलित कार्ड खेलने का आरोप लगाया.
ज्योति पासवान के पिता की मौत की खबर सुन शुक्रवार को प्रियंका गांधी ने फोन पर ज्योति पासवान से बात की और दुख जताया. उन्होंने ज्योति की आगे की पढ़ाई का खर्च उठाने की बात कही और यह भी वादा किया किसी सभी परिस्थिति में वे इनके साथ हैं. ज्योति किसी भी समय कांग्रेस के लोगों से मदद ले सकती है.
हालांकि, ज्योति ने प्रियंका गांधी से कुछ नही मांगा बल्कि उनसे मिलने की बात कही. प्रियंका ने भी अपनी सहमति जताते हुए कोरोना खत्म होने पर दिल्ली में मुलाकात करने का आश्वासन दिया.
इस मौके पर ज्योति के घर पहुंचे कांग्रेस नेता डॉक्टर मशकूर अहमद उस्मानी ने प्रियंका गांधी के द्वारा भेजे गए संवेदना पत्र, ज्योति पासवान को दिया. इसके अलावा सभी को मास्क के साथ सेनेटाइजर और दवाएं भी दीं.
उधर, प्रियंका गांधी और ज्योति पासवान की बातचीत पर अब राजनीति भी शुरू हो गई. दरभंगा के बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने इसे दलित कार्ड की राजनीति से जोड़ते हुए प्रियंका गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ज्योति के चेहरे को आगे रख कर प्रियंका अपना चेहरा चमकाना चाह रही हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता ने नकार दिया है, इसलिए मीडिया में बने रहने के लिए फोन पर बातचीत की गई. बीजेपी विधायक ने पूछा कि आखिर साल भर के बाद प्रियंका गांधी को ज्योति की याद क्यों आई है, इतने दिनों तक वो कहां थी? ज्योति की पढ़ाई का जिम्मा पहले ही बिहार सरकार उठा चुकी है.