
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल बढ़ने लगी है. इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता रहे शक्ति मलिक की हत्या पर बवाल मच गया है. हत्या के मामले में तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव पर भी केस दर्ज हुआ है. अब इस मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया आ रही हैं और जदयू की ओर से राजद पर निशाना साधा गया है.
जेडीयू के नेता अभिषेक झा ने आरोप लगाया है कि पूर्णिया में राजद के पूर्व प्रदेश सचिव शक्ति मलिक की हत्या हो जाती है. उनके परिजनों द्वारा हत्या, हत्या की साजिश रचने की लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई जाती है.
जदयू नेता बोले कि इसमें तेजस्वी और तेजप्रताप का भी नाम है. उन्होंने कहा कि पूरा बिहार जानता है कि चुनाव के समय राजद में टिकट बिक्री का उद्योग चलता है और भारी मात्रा में पैसे की उगाही होती है. लेकिन इस टिकट उद्योग की वजह से एक दलित नेता की जान चली जाएगी, यह किसी ने नहीं सोचा था.
JDU नेता अभिषेक ने कहा कि परिजनों ने सीधा आरोप लगाया है कि शक्ति मलिक रानीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके एवज में पार्टी ने 50 लाख रुपये की मांग की थी. वह इतने पैसे नहीं दे सकते थे इसलिए पार्टी ने उन्हें निकाल दिया और जब शक्ति मल्लिक निर्दलीय चुनाव में उतरना चाहते थे तो उनकी हत्या करवा दी गई.
चुनाव से पहले सामने आए इस मसले पर जदयू का कहना है कि राजद का चेहरा दलित/महादलित और पिछड़ा/अति पिछड़ा विरोधी है और हाल के दिनों में इसके कई उदाहरण बिहार की जनता के सामने हैं. महागठबंधन जिन्हें अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना बैठा है, उस पर चुनाव के समय इतने संगीन आरोप लगते हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता महागठबंधन को आगामी विधानसभा चुनाव में खून के आंसू रुलाएगी. आपको बता दें कि ये मामला पूर्णिया में दर्ज किया गया है, परिवार ने तेजस्वी-तेजप्रताप समेत 6 लोगों पर धमकी देने का आरोप लगाया है.