Advertisement

रघुवंश प्रसाद का निधन, आज वैशाली में पैतृक गांव ले जाया जाएगा पार्थिव शरीर

सोमवार को 9:30 बजे पटना स्थित कौटिल्य नगर से पार्थिव शरीर को हाजीपुर-लालगंज बाजार होते हुए वैशाली गढ़ ले जाने का कार्यक्रम निर्धारित है. यहां पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा.

रघुवंश प्रसाद सिंह की फाइल फोटो रघुवंश प्रसाद सिंह की फाइल फोटो
सुजीत झा
  • पटना,
  • 13 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 7:46 AM IST
  • पटना में नीतीश कुमार देंगे श्रद्धांजलि
  • सोमवार को पैतृक गांव ले जाएगा पार्थिव शरीर
  • पैतृक घर पर अंतिम दर्शन कर सकेंगे लोग

पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का रविवार को निधन हो गया. 74 वर्ष के रघुवंश प्रसाद सिंह पिछले 4 अगस्त से ही दिल्ली के एम्स में भर्ती थे और वे पिछले 4 दिनों से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर चल रहे थे. रविवार को उनका निधन हो गया. रघुवंश प्रसाद का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना और वहां से उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा.

Advertisement

रघुवंश प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर रविवार शाम 4 बजे एम्स से नई दिल्ली एयरपोर्ट ले जाया गया. यहां से शाम 5.30 बजे इंडिगो की फ्लाइट से पटना ले जाया गया. उनका पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट से 143 MLA कॉलोनी कौटिल्य नगर ले जाया जाएगा. यहां कौटिल्य नगर में ही रात्रि ठहराव का कार्यक्रम है. रविवार शाम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि देंगे. उनके साथ और भी नेता मौजूद होंगे. पटना एयरपोर्ट पर रघुवंश प्रसाद सिंह के परिजनों ने आरजेडी नेताओं को श्रद्धांजलि देने से रोक दिया.

सोमवार को 9:30 बजे पटना स्थित कौटिल्य नगर से पार्थिव शरीर को हाजीपुर-लालगंज बाजार होते हुए वैशाली गढ़ ले जाने का कार्यक्रम निर्धारित है. यहां पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. वहां से हाजीपुर और जढुआ बाजार होते हुए उनके पैतृक आवास पानापुर पहेमी (शाहपुर) के लिए यात्रा शुरू होगी. 

Advertisement

बता दें कि तबीयत खराब होने के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. रघुवंश प्रसाद सिंह एम्स के आईसीयू में भर्ती थे. दो दिन पहले उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. बताया जा रहा है कि सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, जिसके बाद उनका निधन हो गया.

रघुवंश प्रसाद सिंह का जन्‍म 6 जून 1946 को वैशाली के शाहपुर में हुआ था. वे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में उपाध्यक्ष के पद पर थे. वे  साल 1977 से लगातार राजनीति में सक्रिय रहे. वे लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी थे. लगातार चार बार वैशाली से सांसद बनने के अलावा वे यूपीए सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके थे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement