
क्या केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देंगे? इस सवाल का जवाब सोमवार को खुद आरसीपी सिंह ने दिया है. ऐसी अटकलें इसलिए लगाई जा रही है क्योंकि आरसीपी सिंह का राज्यसभा में बतौर सांसद कार्यकाल 6 जुलाई को खत्म हो रहा है. बिना सांसद रहे कोई भी व्यक्ति अधिक से अधिक 6 महीने तक ही मंत्री रह सकता है. लेकिन जनता दल यूनाइटेड ने राज्यसभा सीट के लिए इस बार आरसीपी सिंह को टिकट न देकर खीरू महतो को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि आरसीपी सिंह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं.
मेरा कार्यकाल 6 जुलाई तक है
पटना में सोमवार को इस सवाल के जवाब में केंद्रीय स्टील मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा है कि किस को मंत्रिमंडल में रखना है और किसे बाहर करना है ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार होता है. हम उनके पास जाएंगे और पूछेंगे कि सर मेरे लिए क्या आदेश है? आरसीपी सिंह ने कहा कि मैं पार्टी की ओर से मंत्री बनाया गया था और मेरा कार्यकाल 6 जुलाई तक है. प्रधानमंत्री कभी इस्तीफा मांग सकते हैं और मैं भी इस्तीफा दे सकता हूं. हम इस बारे में बात करेंगे. आरसीपी ने कहा कि इस बारे में हमें पार्टी से कोई आदेश नहीं दिया गया है.
दिल्ली जाने में कितना समय लगता है
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर पार्टी मुझे इस्तीफा देने के लिए कहती है तो मुझे दिल्ली जाने में कितना समय लगेगा? मैं तुरंत इस्तीफा दे दूंगा.
बता दें कि जेडीयू ने आरसीपी सिंह को राज्यसभा नहीं भेजने का फैसला किया है. इसके बदले पार्टी खीरू महतो को संसद का उच्च सदन भेज रही है.
पटना में सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान आरसीपी सिंह ने कई सवालों के जवाब खुल कर दिए. उन्होंने कहा कि ललन सिंह से उनकी कोई दुश्मनी नहीं है. आरसीपी सिंह ने कहा कि जब ललन सिंह मुंगेर से अपना पर्चा भर रहे थे तो उनके साथ कौन था. उन्होंने कहा कि जमाने से ही ललन सिंह के साथ उनके अच्छे संबंध रहे हैं. आरसीपी सिंह ने कहा कि वे अपनी ओर से किसी के साथ भी संबंध विच्छेद नहीं करते हैं.