
'बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक बिल' को लेकर मंगलवार को विधानसभा से लेकर सड़क तक हंगामा हुआ. सदन में जहां विपक्ष के विधायकों की सुरक्षाबलों के साथ हाथापाई तक की नौबत आ गई, वहीं सड़क पर भी जमकर बवाल मचा. हालांकि देर शाम ये बिल पास हो गया, लेकिन विपक्ष के तेवर अभी भी उग्र हैं.
इस पूरे हंगामे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि सदन के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब पुलिस सदन के अंदर आई. डीएम ने खुद विधायकों को सदन से घसीटकर बाहर किया. ये काला दिन है. लाखों लोग विधायकों को चुन कर भेजते हैं. किसी महिला विधायक के बाल खींचे गए तो किसी विधायक को लात और जूते से मारा गया.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार समाजवादी के नाम पर कलंक हैं. जब हम सदन में रहते हैं तो वो सदन से गायब रहते हैं. आज लोहिया जी के जन्मदिन पर ये घटना हुई है. उन्होंने कहा था कि सड़कें जब सूनी हो जाएं तो संसद और सदन आवारा हो जाती हैं. जो कानून अंग्रेजों ने लागू किया था, वही काला कानून आज नीतीश कुमार ने लागू किया है.
यह क्या कानून है? पुलिस के पास बिना वारंट के गिरफ्तार करने का अधिकार पहले से है. CM किसे बेवकूफ बना रहे हैं? जब विधानसभा में विधायकों की पिटाई हो रही है तो अब आम लोगों को घर में घुस कर पीटेंगे.
इस कानून से पुलिस जब चाहे किसी की तलाशी ले सकती है, किसी को गिरफ्तार कर सकती है. सरकार बहस नहीं होने देना चाहती, बहस से भाग रही है, मैं बहस के लिए तैयार हूं. नीतीश कुमार पुलिस को सशक्त नहीं बल्कि गुंडा बना रहे हैं. पूर्व मंत्री अनिता कुमारी को महिला पुलिस बाल खींचकर सदन के अंदर से लाकर विधानसभा के बाहर कर दिया.
उन्होंने कहा कि आज मेरे ऊपर जानलेवा हमला हुआ है, कोई पुलिस, कोई मजिस्ट्रेट मुझसे मिलने नहीं आया. मेरे साथ गाड़ी में मौजूद लोग घायल हुए. नीतीश कुमार बीजेपी से भी बड़े झूठे हैं. हमारा संघर्ष जारी रहेगा. विपक्ष ने अध्यक्ष के प्रस्तावित भोज का भी बहिष्कार किया.