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जेल से जमानत पर रिहा हुए आरजेडी के सांसद मो. शहाबुद्दीन ने शराबबंदी के कानून को अंधा कानून करार दिया है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी अच्छी चीज है लेकिन इसे तरीके से लागू करना चाहिए न कि कानून के डंडे से. भागलपुर से सीवान जाते हुए समस्तीपुर में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि शराबबंदी कानून से नहीं बल्कि जन जागरण से होगी.
फंस सकते हैं बेकसूर
शराबबंदी पर नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए शहाबुद्दीन ने कहा कि हमारे समाज में शराब को हराम माना गया है और मुश्किल से 15 प्रतिशत लोग शराब पीते है. शराबबंदी अच्छी चीज है लेकिन कानून सही नहीं है. इसमें बेकसूर फंस सकते हैं.
हत्याकांड से नहीं लेना-देना
शहाबुद्दीन ने वैशाली के पातेपुर में रुककर भी लोगों से बातचीत की और कहा कि जिस राकेश रौशन की हत्या के मामला में उन्हें जमानत मिली है, उस हत्या से उनका कोई लेना देना नहीं है क्योंकि एक तो उस समय वो जेल में थे और दूसरे कोर्ट में गवाही होने के बाद हत्या करने का क्या मतलब हो सकता है.
हिट लिस्ट को बताया अफवाह
शहाबुद्दीन ने उनके द्वारा बनाये गए हिट लिस्ट को भी अफवाह करार दिया. आपको बता दें कि पिछले साल एक हिट लिस्ट के बारें में जोरशोर से चर्चा चली थी, जिसमें बताया गया था कि शहाबुद्दीन ने अपने विरोधियों को मारने के लिए हिट लिस्ट बनाई है जिसमें से कुछ लोगों की हत्या भी हो गई है. सीवान में हुए पत्रकार हत्या मामले में भी इस हिट लिस्ट की चर्चा हुई थी लेकिन शहाबुद्दीन से जब उस पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि हिट लिस्ट अफवाह है जिसे पुलिस और खूफिया विभाग ने भी खारिज कर दिया है.