
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे पूरे एक्शन में नजर आ रहे हैं. राज्य में तेजी से बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के इरादे से आज सुबह से ही राज्य के सभी जेल में पुलिस के द्वारा सघन छापेमारी की गई. डीजीपी के आदेश पर बिहार की सभी जेलों में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में छापेमारी की गई है. जिन जेलों में छापेमारी की गई उनमें मुख्यतः मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, गया, कटिहार, सिवान और बेगूसराय की जेल शामिल हैं.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने 'आजतक' को बताया कि उन्हें कई दिनों से बिहार की अधिकतर जेलों में काफी गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थीं. इसी को लेकर उन्होंने सभी जेल में एक साथ छापेमारी का आदेश दिया है. सूत्रों के अनुसार, बिहार की ज्यादातर जेल में जेल मैनुअल का पालन नहीं किया जा रहा है और वहां पर मोबाइल फोन और सिम कार्ड का इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है.
बिहार में पिछले दिनों जिस तरीके से अपराध में वृद्धि हुई है, उसकी एक बड़ी वजह जेल में बैठे अपराधी और वहां से उनके द्वारा संचालित हो रही अपराधिक घटनाएं हैं और इसी को लेकर सरकार की नजर खासतौर पर जेल पर है. जानकारी के मुताबिक बेगूसराय जेल से छापेमारी के दौरान पुलिस को दो मोबाइल फोन, गांजा और चिलम बरामद किया गया है.
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में स्वतंत्रता दिवस से पहले भी बिहार की सभी जेल में एक साथ छापेमारी की गई थी जिस दौरान भारी मात्रा में संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गई थीं.
पिछले महीने डीजीपी का पदभार ग्रहण करने के बाद सही गुप्तेश्वर पांडे पूरे एक्शन में है. पुलिस को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए गुप्तेश्वर पांडे लगातार कई जिलों का औचक निरीक्षण भी कर रहे हैं और वहां पर किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर पुलिस वालों पर गाज भी गिर रही है. हाल ही में मध्यरात्रि को गुप्तेश्वर पांडे ने मुजफ्फरपुर और भोजपुर जिलों में जाकर औचक निरीक्षण किया और वहां पर कई खामियां पाई जिसके बाद कई पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया.