Advertisement

स्कूल के बंद शौचालय की वजह से बच्चे की मौत

देश में शौचालय बनाने का अभियान चल रहा है, लेकिन बिहार के औरंगाबाद में शौचालय बंद होने की वजह से एक बच्चे की मौत हो गई. दरअसल एक छात्र को स्कूल में बंद पड़े शौचालय की वजह से खुले में शौच जाना पड़ा, जहां खेत में बिजली के तार गिरे होने की वजह से करंट लगा और उसकी मौत हो गई.

प्रतीकात्मक फोटो। प्रतीकात्मक फोटो।
सुजीत झा
  • पटना,
  • 23 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 12:20 AM IST

देश में शौचालय बनाने का अभियान चल रहा है, लेकिन बिहार के औरंगाबाद में शौचालय बंद होने की वजह से एक बच्चे की मौत हो गई. दरअसल एक छात्र को स्कूल में बंद पड़े शौचालय की वजह से खुले में शौच जाना पड़ा, जहां खेत में बिजली के तार गिरे होने की वजह से करंट लगा और उसकी मौत हो गई. इस मामले में स्कूल की लापरवाही सामने आ रही है और सवाल उठ रहे हैं कि स्कूल में शौचालय होते हुए भी उसमें ताला बंद रखा जाता है.

Advertisement

बता दें कि शौचालय बनवाने को लेकर बिहार देश में सबसे नीचले पायदान पर है. देश में 192 जिले ओडीएफ (खुले से शौच मुक्त) है जिसमें से एक भी जिला बिहार का नहीं है. बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों 32.5 फीसदी ही इस पर काम हुआ है, जो राष्ट्रीय औसत से आधा है. राष्ट्रीय स्तर पर शौचालय व स्वच्छता पर 67 फीसदी काम हो चूका है.

बिहार सरकार ने 2018 दिसंबर तक प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. अभी बिहार में प्रतिदिन 9 हजार शौचालय बन रहें है लेकिन लक्ष्य की प्राप्ति तभी होगी जब प्रतिदिन 25 हजार शौचालय बनेंगे. औरंगाबाद की ये घटना इस बात का उदाहरण है कि शौचालय होते हुए भी खुले में शौच की वजह से एक बच्चे की जान चली गई. सरकार को शौचालय बनाने के साथ साथ इसके इस्तेमाल के लिए भी लोगों को जागरूक बनाने की जरूरत है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement