
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी पिछले 10 दिनों से आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार वालों पर उनकी संपत्ति को लेकर लगातार खुलासे कर रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को सुशील मोदी ने लालू के बड़े बेटे और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया.
तेज प्रताप की आय पर सवाल उठाते हुए सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि आखिर कैसे 20 साल की उम्र में तेज प्रताप ने अपने नाम पर 20000 वर्ग फीट जमीन बिहार के औरंगाबाद जिले में खरीद ली और इसके लिए उन्होंने उस वक्त 53 लाख रुपए भी अदा किया ?
मोदी के अनुसार जमीन खरीद के बाद तेज प्रताप ने इस जमीन को गिरवी रखते हुए बैंक से दो करोड़ और 29 लाख रुपए लोन लिया. मोदी का आरोप है कि तेज प्रताप ने चुनावी हलफनामे में ना तो इस जमीन खरीद का जिक्र किया है और ना ही बैंक से लोन लेने की बात कही है.
जाने और क्या-क्या आरोप लगाए सुशील मोदी ने-
- औरंगाबाद में 20000 वर्ग फीट जमीन खरीद के लिए तेज प्रताप के पास 53 लाख रुपए कहां से आए ?
- 2010 में औरंगाबाद के इसी जमीन पर लालू परिवार ने लारा डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी खोली. इस कंपनी में लालू की तीन बेटियां मीसा भारती, चंदा और रागिनी के अलावा लालू की पत्नी राबड़ी देवी भी निदेशक बनी. यह चारों आज के दिन भी इस कंपनी के निर्देशक हैं.
- अप्रैल 2010 में तेज प्रताप को इसी कंपनी का प्रबंध निदेशक बनाया गया मगर 9 नवंबर 2015, यानी कि बिहार विधानसभा के नतीजे आने के अगले दिन ही तेज प्रताप किस कंपनी के प्रबंध निदेशक पद से हट गए. तेजप्रताप इस कंपनी में 2 लाख 51 हजार शेयर के शेयर के मालिक हैं.
- इस कंपनी में मिशा भारती 1000, चंदा 2000, रागिनी 1 लाख और राबड़ी देवी 1 लाख 17 हजार शेर के मालिक है.
- तेजप्रताप ने ना तो चुनावी हलफनामे में इस जमीन का जिक्र किया है और ना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जमा किए गए अपनी संपत्ति के जानकारी में इस जमीन की बात कही है.
- 2 करोड़ 29 लाख रुपए लोन का जिक्र भी चुनावी हलफनामे में नहीं है.
- यह जमीन लारा डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर नहीं बल्कि तेज प्रताप के निजी नाम पर खरीदी गई थी.
- नीतीश कुमार को इस मामले का संज्ञान लेते हुए तेज प्रताप को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए.
- तेज प्रताप के द्वारा चुनावी हलफनामे में जानकारी छुपाने के मुद्दे पर मैं जल्द चुनाव आयोग में शिकायत करुंगा.
- लालू के बच्चे जब छोटे थे तो वह उन को पढ़ना लिखना नहीं सिखा रहे थे बल्कि उनको बिहार में सैकड़ों एकड़ जमीन उनके नाम लिखवा रहे थे.