
भाजपा नेता सुशील मोदी ने मंगलवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे और वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव के ऊपर 90 लाख के मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया था. 3 दिनों के बाद मोदी ने शुक्रवार को लालू प्रसाद एंड फैमिली के ऊपर खुलासा करते हुए उन पर 950 करोड़ की बेनामी संपत्ति अर्जित करने का नया आरोप लगाया.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुशील मोदी ने शुक्रवार को कई दस्तावेज सबूत के रूप में पेश किया और कहा कि 200 करोड़ रुपए की जिस जमीन पर लालू परिवार का मॉल बन रहा है, उस मॉल की कीमत 750 करोड रुपए है.
मोदी ने सवाल उठाया कि आखिर कैसे पिछले 25 सालों में लालू ने जो खुद को एक चपरासी का बेटा कहते हैं ने इतनी अकूत दौलत जमा कर ली ?
सुशील मोदी ने लालू परिवार पर लगाए गंभीर आरोप
25 फरवरी 2005 को रेल मंत्री रहते हुए लालू ने हर्ष कोचर नाम के एक व्यापारी को रेलवे के 2 होटल, रांची और पुरी में दिलवा दिए. हर्ष कोचर ने इसके बदले लालू के लिए पटना के सगुना मोड़ इलाके में 2 एकड़ जमीन खरीदी. इस जमीन की रजिस्ट्री लालू या उनके परिवार वालों के नाम पर नहीं बल्कि लालू के करीबी प्रेम गुप्ता की कंपनी डिलाईट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड पर हुई. डिलाईट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड में सांसद प्रेम गुप्ता के अलावा उनकी पत्नी सरला और बेटा गौरव निदेशक थे.
2014 में लालू के बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप और बेटियां चंदा और रागिनी इस कंपनी में निदेशक बने और प्रेम गुप्ता परिवार इस कंपनी से अलग हो गए. 12 नवंबर 2016 को डिलाईट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड का नाम बदलकर LARA प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया. LARA का मतलब लालू और राबड़ी था. LARA प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में तेजस्वी, तेज प्रताप, चंदा और रागिनी निदेशक बने रहे, नहीं कंपनी पर पूरी तरीके से लालू एंड फैमिली का कब्जा हो गया.
14 फरवरी 2017 को LARA प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का नाम बदल दिया गया फिर नया नाम LARA प्रोजेक्ट्स LLP रखा गया. इस नई कंपनी में चंदा और रागिनी को निदेशक पद से हटा दिया गया. इस नई कंपनी में तेजस्वी और तेज प्रताप के अलावा उनकी मां राबड़ी देवी निदेशक बन गई.