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तेज प्रताप ने किया ट्वीट- टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गांठ परि जाय

तलाक का ऐलान करने के बाद तेज प्रताप ने कहा है कि ऐश्वर्या के साथ उनका मेल नहीं खाता है और दोनों के स्वभाव और विचार में काफी फर्क है.

तेज प्रताप यादव (फोटो - द्वीटर) तेज प्रताप यादव (फोटो - द्वीटर)
दीपक कुमार/रोहित कुमार सिंह
  • पटना ,
  • 23 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:19 AM IST

आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ तलाक लेने का ऐलान करने के बाद से ही पटना से दूर वृंदावन में प्रवास कर रहे हैं और मंदिर-मंदिर घूमकर भक्ति में लीन है.

तेज प्रताप और ऐश्वर्या के परिवार की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि वह अपनी पत्नी को तलाक देने का फैसला बदल दें. इसके साथ ही तेज प्रताप को पटना वापस लाने की भी कवायद चल रही है. लेकिन इन तमाम कोशिशों के बावजदू तेज प्रताप समझौते के मूड में नहीं लग रहे हैं.

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दरअसल,  तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर दोहे के जरिए अपने मन की स्थिति बताई है. गुरुवार देर रात उन्होंने सोशल मीडिया पर रहीम के दोहे की एक पंक्ति लिखी- "... टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गांठ परि जाय."

क्या है दोहे का मतलब

रहीम का पूरा दोहा इस प्रकार है “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय.. टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गांठ परि जाय” जिसका मतलब होता है प्रेम के धागे को कभी तोड़ना नहीं चाहिए क्योंकि यह यदि एक बार टूट जाता है तो फिर दोबारा नहीं जुड़ता है और यदि जुड़ता भी है तो गांठ पड़ जाती है.हालांकि, तेज प्रताप ने कुछ बदलाव के साथ इस दोहे को ट्वीट किया.

क्या है इसके मायने  

तेज प्रताप के इस पोस्ट से कहीं न कहीं साफ हो रहा है कि उनके ऊपर ऐश्वर्या के साथ विवाद सुलझाने का दबाव है, लेकिन वह रिश्ता नहीं निभाना चाहते हैं. इस पोस्ट के जरिए तेज प्रताप में स्पष्ट कर दिया है कि ऐश्वर्या के साथ अगर वह विवाद सुलझा भी लेते हैं तब भी दोनों के रिश्ते पहले की तरह मधुर नहीं हो सकते हैं.

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आज प्रयागराज जाने की उम्मीद

इस बात की भी खबर मिली है कि तेज प्रताप ने मंगलवार को अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से फोन पर बात की. इस दौरान उन्हें आश्वासन दिया कि 23 नवंबर यानी आज कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर वह प्रयागराज पहुंचेंगे और गंगा में डुबकी लगाने के बाद पटना वापस आ जाएंगे.

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