
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के राजनीतिक मंच पर विपक्षी दलों को एक करने के लिए सियासी दौरे कर रहे हैं. दूसरी ओर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने लालू यादव के उस फॉर्मूले को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिसमें विपक्ष को कुछ इस तरह एक मंच पर लाया जाएगा, जिसमें ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और लेफ्ट के अलावा कांग्रेस भी साथ रहेगी.
हालांकि, विपक्षी एकता को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगे बढ़ चुके हैं. लेकिन तेजस्वी यादव के इस बड़े बयान के बाद कयास लगाया जा रहा है कि तेजस्वी ने लालू प्रसाद के हवाले से ये बात कही है. क्योंकि लालू यादव भी नीतीश कुमार के साथ-साथ विपक्षी दलों को लामबंद करने में लगे हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा है कि ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस को एक होना ही होगा. उन्होंने कहा कि अगर हम एक होते हैं तो देश, संविधान और लोकतंत्र बचेगा. सबको यही सोचना है कि देश के लोकतंत्र, भाईचारे और संविधान को बचाना है. हम सब लोगों को अपने-अपने ईगो को छोड़कर एक होना पड़ेगा. तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश की 2024 के पीएम उम्मीदवारी पर कहा कि हमारा लक्षय सबको एकजुट करना है. तेजस्वी ने कहा कि उनकी कोई लालसा नहीं है कि वे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनें. उनका काम सांप्रदायिक ताकतों को हराना है.
तेजस्वी ने लालू यादव की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि उनकी भूमिका शुरू से ही रही है. उन्होंने 2014 में ही कह दिया था कि देश एक रहेगा. लालू जी चाहते हैं कि जनता पर ये छोड़ा जाएगा कि देश एक रहेगा कि नहीं. लालू जी की बात सही हो रही है. देश के हालात बिगड़ रहे हैं. आरएसएस का एजेंडा लागू किया जा रहा है. इसलिए लामबंद करने की कोशिश है, लालू जी हमेशा मजबूती के साथ लड़ते रहेंगे. तेजस्वी ने लगे हाथों पार्टी के अंदर होने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर कहा कि उन्हें इस बात की कोई लालसा नहीं है कि वो अध्यक्ष बनें.