
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) इन दिनों विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं और जल्द ही पटना में विपक्ष की रैली होने वाली है. रैली से पहले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) वाले लोगों का हक छीनने की कोशिश कर रहे हैं, देश की आजादी में हर कोई शामिल था, सभी ने अपना खून बहाया है, अगर कोई चाह ले कि किसी को भगा दे या किसी का अधिकार छीन ले तो हम होने नहीं देंगे.
'नीतीश की अगुवाई में रोकेंगे मोदी का रथ'
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार होते हुए... लालू और नीतीशजी के होते किसी के बाप में दम नहीं है कि किसी का अधिकार छीन ले... हम लोग खड़े हैं, सभी साजिशों और चाल को देखा जा रहा है... लालूजी ने आडवाणीजी का रथ रोका था, इस बार नीतीशजी की अगुवाई में हम मोदीजी का रथ रोकेंगे.
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि सारी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश की जा रही है, अगर यह लोग (बीजेपी) आ गए तो देश बचेगा नहीं... आज क्या है... दो लोग देश को बेच रहा है और दो लोग देश को बेच रहा है. यानी तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला और विपक्षी एकता का राग फिर से छेड़ दिया है.
विपक्षी दलों को इकट्ठा करने की मुहिम पर नीतीश
बिहार सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता को बढ़ावा देने के अपने एजेंडे को लेकर बीते एक महीने से देश भर में विपक्षी दलों से मिल रहे थे. अपने दौरों में नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेताओं के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की.
इसके अलावा नीतीश कुमार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला, राष्ट्रीय लोकदल नेता जयंत चौधरी, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता मौलाना बदरुद्दीन अजमल समेत सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई माले के नेताओं के साथ मुलाकात की थी.
तीसरी बार टली बैठक
इन मुलाकातों के बाद पटना में विपक्षी एकता की एक बड़ी रैली होने वाली है. हालांकि यह रैली तीसरी बार भी टल गई है. कांग्रेस और डीएमके के अनुरोध पर यह बैठक स्थगित की गई. राहुल गांधी अभी विदेश यात्रा पर हैं जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन बिजी हैं.
'प्रतिनिधि नहीं पार्टी अध्यक्ष हों शामिल'
इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि 12 जून को विपक्षी दलों की बैठक फिलहाल के लिए स्थागित कर दी गई है, क्योंकि हम चाहते है कि सभी पार्टियों के प्रमुखों को शामिल हों, ये सही नहीं होगा कि बैठक में पार्टी के अध्यक्ष के बजाय उनका कोई प्रतिनिधि शामिल हो. हमने कांग्रेस को भी कहा है कि आपस में बात कर तय कर लीजिए.