
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच कर रहे सीबीआई के एसपी जेपी मिश्रा का तबादला कर दिया गया है. गृह मंत्रालय ने मंगलवार को सीबीआई के कई अधिकारियों का तबादला किया जिसमें मुजफ्फरपुर कांड की जांच का नेतृत्व कर रहे जेपी मिश्रा का तबादला कर उन्हें पटना डीआईजी के ऑफिस में नियुक्त किया गया है.
तबादले के बाद एक बार फिर से बिहार में सियासत तेज हो गई है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि जेपी मिश्रा का सीबीआई से तबादला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहने पर किया गया है. इस पूरे मुद्दे को लेकर ट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जेपी मिश्रा मुजफ्फरपुर कांड की जांच काफी तेजी से कर रहे थे जो मुख्यमंत्री को नागवार गुजर रहा था.
तेजस्वी ने कहा कि सीबीआई मुजफ्फरपुर कांड की जांच में अब तक दो पूर्व समाज कल्याण विभाग के मंत्री मंजू वर्मा और दामोदर रावत से पूछताछ कर चुकी है जिसकी वजह से नीतीश कुमार काफी असहज महसूस कर रहे थे और इसी वजह से उन्होंने जेपी मिश्रा का तबादला करवा दिया.
सरकार पर हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा कि जेपी मिश्रा का तबादला इस वजह से भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि सीबीआई गुरुवार को पटना हाईकोर्ट में इस कांड को लेकर अब तक हुई जांच का रिपोर्ट जमा करने वाली थी. गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच पटना हाईकोर्ट के निगरानी में CBI कर रही है.
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का तबादला भी नीतीश कुमार के कहने पर केंद्र द्वारा किया गया है.
तेजस्वी के आरोपों का जवाब देते हुए जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि उन्हें अनर्गल आरोप नहीं लगाना चाहिए और मुजफ्फरपुर कांड की पीड़िताओं के साथ उन्हें जरा भी संवेदना है तो उन्हें इस मामले में हाईकोर्ट में मध्यस्थ बन जाना चाहिए और उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़नी चाहिए.
तेजस्वी पर तंज कसते हुए नीरज कुमार ने कहा कि अगर वह अपने पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के मामले में जमानत दिलाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं तो फिर मुजफ्फरपुर कांड में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आखिर वह कोर्ट में मध्यस्थ क्यों नहीं बनते ?