
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड गुजरात में तकरीबन 100 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है और चुनाव प्रचार के लिए पार्टी ने 20 स्टार प्रचारकों का नाम भी घोषित कर दिया है, मगर चौंकाने वाली बात यह है कि स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नीतीश कुमार का नाम गायब है.
नीतीश के गुजरात में चुनाव प्रचार नहीं करने के फैसले पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया है और पूछा है कि जब गुजरात में जेडीयू 182 में से 100 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है तो आखिर नीतीश वहां चुनाव प्रचार के लिए क्यों नहीं जा रहे हैं और उन्हें वहां जाने से किसने रोका है?
तेजस्वी ने नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची में नहीं है और वह गुजरात जाने से परहेज कर रहे हैं मगर दिल्ली नगर निगम चुनावों में वह पार्टी के स्टार प्रचारक थे और दिल्ली जाकर हर वार्ड में घूम-घूम कर जेडीयू के लिए वोट मांगा था.
तेजस्वी ने कहा कि 2009 के लोकसभा और 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को बिहार में चुनाव प्रचार करने से रोका था और अब लगता है कि गुजरात चुनाव में इसका बदला नरेंद्र मोदी उनसे ले रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश ने जिस-जिस अंदाज में मोदी को अपमानित किया था और उनके नाम पर गठबंधन तोड़ा था अब उसी अंदाज में वह प्रधानमंत्री मोदी नीतीश से बदला ले रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश अब प्रधानमंत्री मोदी के सामने इतने बेबस हैं कि एक शब्द बोलने की स्थिति में नहीं हैं.
तेजस्वी ने कहा कि राजगीर में ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन को आखिर पल में स्थगित कर एवं पटना यूनिवर्सिटी शताब्दी समारोह में नीतीश की मांगों को ठुकरा कर मोदी सरकार ने उन्हें पहले ही स्थान दिखा दिया है.
तेजस्वी ने सवाल उठाया कि नीतीश अहंकारवश कहते थे कि वह किसी के भरोसे राजनीति नहीं करते लेकिन आखिर क्या वजह है कि बीजेपी द्वारा बार-बार जगह दिखाने के बावजूद वह चुप्पी साधे बैठे हैं? आखिर क्या मजबूरी है कि बीजेपी बार-बार उन्हें अपमानित कर रही है फिर भी वह मुंह नहीं खोल पा रहे हैं?