
एक दिवसीय दौरे पर बिहार के मुंगेर पहुंचे केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मणिपुर में हो रही हिंसा में आतंकवादियों का हाथ होने का संदेह जताया. उन्होंने कहा कि म्यांमार से मणिपुर में घुसपैठ कर ऐसी स्थिति उत्पन्न करवाई जा रही है. सरकार की मणिपुर पर पैनी नजर है. इस मामले में हम बात करने के लिए तैयार हैं लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री को बुलाने की जिद कर संसद का समय बर्बाद कर रहा है.
रामदास अठावले ने कहा कि मणिपुर की हिंसा को रोकने के लिए राज्य सरकार भी लगातार प्रयास कर रही है. मणिपुर में अलग-अलग जगहों पर आंदोलन हो रहा है. महिलाओं के साथ हुई घटना मानवता को कलंक लगाने वाली घटना है. ऐसी घटनाएं देश में नहीं होनी चाहिए.
'केंद्र सरकार घटना पर नजर बनाए हुए है'
अठावले ने कहा कि राज्य हो या केंद्र सरकार लगातार इस घटना पर नजर बनाए हुए है. प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि मणिपुर हाईकोर्ट फैसले के बाद से हिंसा भड़की है, जो लगातार 2 महीने से चल रही है. हम लोग दोनों ही समाज से अपील कर रहे हैं कि वो एक बार बैठकर आपसी सहमति से हल निकालें. सरकार दोनों ही समुदायों के साथ खड़ी है.
'विपक्ष हम लोगों से बातचीत करे'
उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार हाउस (संसद) में प्रोटेस्ट कर रहा है. मगर, हम लोग चाहते हैं कि मणिपुर में जो भी घटनाएं हो रही हैं, विपक्ष हम लोगों से बातचीत करे और आगे क्या वैकल्पिक रास्ता निकाला जा सकता है, उस पर चर्चा करे. मगर विपक्ष ऐसा न करके प्रधानमंत्री को बुलाने की जिद पर अड़ा है.
'विपक्ष सिर्फ हाउस का समय बर्बाद कर रहा'
कहा कि हम लोगों ने कई बार उन लोगों से कहा है कि गृहमंत्री अमित शाह विपक्ष के सवालों का जवाब देने तैयार हैं लेकिन विपक्ष सिर्फ हाउस का समय बर्बाद कर रहा है. वहीं कटिहार की घटना पर उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी नहीं है. अगर ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो राज्य सरकार इसकी जांच करवाकर कार्रवाई करे.