Advertisement

'नीतीश कुमार ने एक भी बार मेरा फोन नहीं उठाया', राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का दावा

Presidential Election 2022: Yashwant Sinha को विपक्ष ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. उनका मुकाबला एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से है.

यशवंत सिन्हा बिहार में समर्थन जुटाने पहुंचे थे. यशवंत सिन्हा बिहार में समर्थन जुटाने पहुंचे थे.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 10:57 PM IST
  • नीतीश पर यशवंत सिन्हा का दावा
  • यशवंत ने की तेजस्वी की तारीफ

विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने दावा किया है कि उन्होंने समर्थन के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार को कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया है. नीतीश कुमार की ओर से समर्थन न मिलने पर हैरानी जताते हुए सिन्हा ने कहा कि ओडिशा के सीएम ने द्रौपदी मुर्मू का इसलिए समर्थन किया क्योंकि वो ओडिशा से ही आती हैं. इसी तरह उनकी जड़ें भी बिहार से हैं.

Advertisement

सिन्हा ने कहा, 'राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए जैसे ही मेरे नाम का ऐलान हुआ तो मैंने नीतीश कुमार से फोन पर कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन उनकी ओर जवाब कभी नहीं आया. हो सकता है कि मेरे स्तर इतना न हो कि मैं उनका समय ले सकूं.' बता दें कि जिस समय यशवंत सिन्हा ये बातें मीडिया से बोल रहे थे उस समय उनके साथ बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, शत्रुघ्न सिन्हा, और लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधीन्द्र कुलकर्णी मौजूद थे.

सिन्हा ने कहा, 'ये बिहार के लिए अच्छा होता कि 60 साल के बाद फिर कोई राज्य से राष्ट्रपति बनता. राजेंद्र प्रसाद के बाद बिहार कोई और बेटा देश के सबसे बड़े पद बैठता'. बिहार से अपना रिश्ता जोड़ते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि पटना शहर में पैदा हुए यहीं उन्होंने पढ़ाई की और पढ़ाया भी. इसके बाद बिहार कॉडर में आईआईएस बनकर सेवा की.

Advertisement

यशवंत सिन्हा ने कहा कि उनको समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर क्यों नीतीश कुमार ने उनका समर्थन किया. इससे पहले भी बिहार की बेटी मीरा कुमार को भी समर्थन देने से इनकार कर दिया था जबकि वहीं शिवसेना प्रतिभा पाटिल का सिर्फ इसलिए समर्थन किया था क्योंकि वो महाराष्ट्र थीं. जबकि शिवसेना उस समय कांग्रेस के खिलाफ थी.

ब्यूरोक्रेट से नेता बने यशवंत सिन्हा लगातार द्रौपदी मुर्मू पर भी निशाना साध रहे हैं. उनका कहना है कि वो सिर्फ रबर स्टांप राष्ट्रपति बनकर काम करेंगी. उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन की तस्वीर का भी जिक्र किया कैसे वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नामांकन दाखिल कर रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रतिभा पाटिल को भी रबर स्टांप माना जा रहा था लेकिन उन्होंने खुद से नामांकन पेपर जमा किए थे. लेकिन मुर्मू के पेपर तो प्रधानमंत्री ही जमा कर रहे हैं.

वहीं इस मौके पर यशवंत सिन्हा ने तेजस्वी यादव की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि वो अच्छा काम कर रहे हैं. देश की तरह बिहार भी गलत हाथों में चला गया है. उम्मीद है कि लोग दोबारा भी तेजस्वी पर विश्वास करेंगे.

 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement