
बिहार (Bihar) के आरा में समाज की रूढ़िवादी परंपराओं से आगे बढ़कर तीन बेटियों ने अपने माता-पिता की अर्थी को कंधा दिया. इस दृश्य को देखकर वहां उपस्थित सभी लोगों की आंखें नम हो गईं. लोगों के जुबान से बस एक ही बात निकल रही थी, अब बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं रह गया है. बेटियां भी मां-बाप की सेवा धर्म के लिए काफी हैं.
दरअसल, यह हृदय विदारक मामला आरा शहर के नवादा थाना क्षेत्र अंतर्गत कतीरा मोहल्ले का है. यहां 30 जनवरी की रात बीजेपी नेता और रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति की उनके घर में घुसकर अज्ञात अपराधियों ने धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी थी.
दोनों के शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया. मृत प्रोफेसर और उनकी पत्नी का बड़हरा प्रखंड के महुली गंगा घाट पर हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया है.
बेटियों ने दिया माता-पिता की अर्थी को कांधा
मृत प्रोफेसर की तीनों विवाहित बेटी रक्षिता सिंह, हर्षिता सिंह और अंकिता सिंह ने बेटे का फर्ज निभाते हुए उनकी अर्थी को कंधा दिया. इस दौरान तीनों के पति साथ थे. दामादों ने भी माता-पिता समान सास-ससुर की अर्थी को कंधा दिया.
घर से एक साथ निकली पति-पत्नी की अर्थी को देखकर पूरा माहौल गमगीन था. मौके पर पहुंचे बीजेपी नेताओं ने पार्टी के सदस्य रहे रिटायर्ड प्रोफेसर महेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर पर बीजेपी का झंडा उढ़ाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. वहीं, सैकड़ों लोगों ने इस शव यात्रा में शामिल होकर रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए.
पड़ोसियों ने कही यह बात
दंपति के पड़ोसी विजय सिंह ने यह दृश्य देखकर कहा कि आज समाज में बेटा और बेटियों में अब कोई फर्क नहीं रह गया है. बेटियां मां-बाप की सेवा करती हैं. उन्हें भी यह हक और अधिकार भी मिलना चाहिए कि माता-पिता के निधन के बाद अंतिम संस्कार में भी उन्हें उनका धर्म निभाने की आजादी मिले.
प्रोफेसर महेंद्र सिंह खुद शिक्षित व्यक्ति थे और वो लोगों को शिक्षा देने वाले थे. अगर उनकी बेटियों ने अपने मां-बाप की अर्थी को कंधा दिया है, तो यह समाज के लिए प्रेरणा है.
यह है पूरा मामला
आपको बताते चलें कि आरा के नवादा थाना क्षेत्र अंतर्गत कतीरा मोहल्ले में बीजेपी नेता और रिटायर्ड प्रोफेसर महेंद्र सिंह और उनकी पत्नी रिटायर्ड प्रोफेसर पुष्पा सिंह रहती थीं. सोमवार की रात उनके घर में घुसकर अज्ञात अपराधी ने धारदार हथियार से वार कर उनकी निर्मम हत्या कर दी थी.
आरा के सबसे पॉश इलाके में रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति की इस सनसनीखेज हत्या से पूरा शहर हतप्रभ है. मृत प्रोफेसर महेंद्र सिंह बीजेपी के कद्दावर नेता भी थे. वह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व डीन थे. उनकी पत्नी पुष्पा सिंह महिला कॉलेज से साइकोलॉजी की रिटायर्ड प्रोफेसर थीं.
प्रोसेसर महेंद्र सिंह मूल रूप से रोहतास जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र में आने वाले अग्नि गांव के रहने वाले थे. वह कई साल से आरा शहर के कतीरा मोहल्ले में बने अपने मकान में रहते थे. उनकी तीन बेटियां हैं और तीनों की शादी हो चुकी है.
आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
चर्चित प्रोफेसर दंपति की हत्या के 48 घंटे बीत चुके हैं. मगर, पुलिस अभी भी हत्याकांड को अंजाम देने वाले शातिर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इस हत्याकांड की जांच भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव की देख-रेख में चल रही है.
फोरेंसिक टीम भी जांच-पड़ताल में मदद कर रही है. इसके अलावा सीसीटीवी डॉग स्क्वायड और वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए पुलिस हत्या का कारण और इसमें शामिल आरोपियों का लगाने में जुटी हुई है.