
कई दिनों तक बिहार में तबाही मचाने के बाद बाढ़ अब उतरने लगा है जिस कारण समस्तीपुर-दरभंगा के बीच अस्थायी रूप से रोकी गई रेल सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया है. बिहार में पिछले दिनों बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव की स्थिति हो गई थी और रेल ट्रैकों पर पानी लग गया जिससे इन ट्र्रैकों पर रेल सेवाओं को रोक दिया गया था.
रेल ट्रैकों पर पानी लगने के कारण 28 जुलाई को समस्तीपुर-दरभंगा के बीच अस्थायी रूप से रेल सेवाओं को स्थगित कर दिया गया था हालांकि अब इसे तत्काल प्रभाव से फिर से शुरू कर दिया गया है. 12561 जयनगर नई दिल्ली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस आज दोपहर 2 बजे दिल्ली से बिहार के रवाना हो गई.
बिहार में जलस्तर में गिरावट
पिछले कुछ दिनों से बिहार में बाढ़ की मार झेल रहे लोगों के लिए राहत की खबर यह है कि बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से बाढ़ का पानी उतरने लगा है. नदियों के जलस्तर में भी कमी दिख रही है. इस बीच जल संसाधन विभाग क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मत में जुट गया है.जल संसाधन विभाग की ओर से बताया गया कि दोपहर 2 बजे कोसी नदी का बहाव वीरपुर बैराज पर 101175 क्यूसेक, गंडक नदी का बहाव वाल्मीकिनगर बैराज पर 67100 क्यूसेक था. वहीं बागमती नदी ढेंग, सोनाखान और डूबाधार में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, जलस्तर के और बढ़ने के आसार हैं. अन्य सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर स्थिर है.
जल संसाधन विभाग के मुताबिक, भागलपुर के बटेश्वरस्थान से खवासपुर के बीच गंगा नदी के दाएं तट पर पीरपैंती प्रखंड में पुआ के समीप बाढ़ से बचाव के कार्य कराए जा रहे हैं. कमला बलान तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग पर मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बिहार के 13 जिलों (शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और पश्चिमी चंपारण) में बाढ़ से अब तक 130 लोगों की मौत हुई है, जबकि लगभग 88 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.
आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुई क्षति के आंकलन का काम शुरू कर दिया गया है. आंकलन के आधार पर ही क्षति का मुआवजा दिया जाएगा.