
भारत के अगले प्रधान न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा का पटना से खास नाता रहा है. दरअसल जस्टिस मिश्रा सुप्रीम कोर्ट का जज बनने से पहले पटना हाईकोर्ट में मुख्य न्यायधीश थे.
पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जस्टिस मिश्रा के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि जस्टिस दीपक मिश्रा के सामने कई कोर्ट में उन्हें बहस करने का मौका मिला. अब वह भारत के मुख्य न्यायधीश का पद भार ग्रहण करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह भी पूर्वी भारत के है और जस्टिस दीपक मिश्रा भी पूर्वी भारत से ही आते हैं. ऐसे में वे मिलकर पूरे भारत के न्याय व्यवस्था में सुधार करेंगे.
वर्तमान चीफ जस्टिस जेएस खेहर का कार्यकाल 27 अगस्त को समाप्त हो रहा है. उसके बाद जस्टिस दीपक मिश्रा को भारत के प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया जाएगा. ओडिशा के रहने वाले जस्टिस मिश्रा का जन्म 3 अक्टूबर 1953 को हुआ था. वह 28 अगस्त को भारत के 45वें प्रधान न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करेंगे. उनका कार्यकाल 2 अक्टूबर 2018 तक रहेगा.
जस्टिस दीपक मिश्रा ने 1977 में ओडिशा हाईकोर्ट से बतौर वकील करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद 1996 में वह ओडिशा हाईकोर्ट के जज बने. इसके बाद वर्ष 2009 में जस्टिस दीपक मिश्रा ने पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार संभाला. बिहार के तत्कालिन राज्यपाल देवानंद कुंवर ने 24 दिसंबर 2009 को उन्हें पद और गोपनियता की शपथ दिलाई थी.