
बिहार के भागलपुर में रविवार को निर्माणाधीन पुल भरभराकर गिर गया. इस हादसे का खौफनाक वीडियो सामने आया है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक हादसे में किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन पुल गिरने से मौके पर अफरातफरी मच गई. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए कहा है.
खगड़िया -अगुवानी- सुल्तानगंज के बीच बन रहे पुल के टूटने का वीडियो सामने आया है. देखते ही देखते पूरा पुल गंगा नदी में समा गया. हैरानी की बात ये है कि 2 साल पहले भी इस पुल का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया था. 2014 में सीएम नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था.
बताया जा रहा है कि ये पुल 1717 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा था. इस निर्माणाधीन पुल के कुछ हिस्से को अप्रैल में आंधी के कारण भी नुकसान पहुंचा था. खगड़िया -अगुवानी- सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहा महासेतु का बीच का हिस्सा ध्वस्त हो गया. पुल का उपरी भाग नदी में समा गया है.
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर गिरा है. हालांकि अभी तक पुल गिरने की वजह साफ नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि पुल के तीन पाए के ऊपर बना स्ट्रक्चर भरभराकर गिर गया. भागलपुर के सुल्तानगंज में बन रहा यह सेतु खगड़िया और भागलपुर को आपस में जोड़ेगा.
DDC भागलपुर कुमार अनुराग ने कहा कि निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना सुबह करीब छह बजे हुई. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. स्थानीय प्रशासन मौके पर है. हमने 'पुल निर्माण निगम' से रिपोर्ट मांगी है.
JDU विधायक बोले- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
जेडीयू के विधायक ललित मंडल ने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. हम लोग उम्मीद लगा रहे थे कि इस साल नवंबर-दिसंबर में इस पुल का उद्घाटन हो जाएगा, लेकिन इस तरह के हादसे हो रहे हैं ये जांच का विषय है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जबतक इसकी इन्क्वारी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना मुश्किल है.
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार ने साधा सरकार पर निशाना
निर्माणाधीन पुल गिरने पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस का एक और नया रूप सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि 2014 में 600-700 करोड़ की लागत वाला पुल करीब 1600 करोड़ की लागत तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि कमीशनखोरी के चक्कर में उच्च अधिकारियों के जरिए पैसे की वसूली की जा रही है. इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए. बिहार की जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी.
(रिपोर्ट- निभास)