
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बक्सर के अंबेडकर चौक पर पिछले 24 घंटे से रखे मौन व्रत और उपवास को शनिवार को तोड़ दिया है. बक्सर में जूता सिलने का काम करने वाले मोची चंदन राम ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को दूध पिला कर उनका उपवास और मौन व्रत तुड़वाया.
इसके बाद वहां मौजूद सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. बक्सर में किसानों पर दर्ज FIR हर हाल में रद्द होनी चाहिए, किसानों को उनका हक मिलना चाहिए. अश्विनी चौबे ने कहा अगर ऐसा नहीं हुआ तो बिहार के हर जिले में जाकर अनशन और मौन व्रत रखूंगा. जनता बिहार की भ्रष्ट राजद, जनता दल यूनाइटेड, कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी.
रामचरित मानस के अपमान पर चुप क्यों है बिहार सरकार?
केंद्रीय मंत्री ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि बिहार में कैसी सरकार है, जिसका एक मंत्री श्रीरामचरित मानस जैसे पवित्र ग्रंथ को अपमानित करता है. बिहार सरकार उस पर चुप बैठी हुई है. करोड़ों सनातनियों की आस्था से खिलवाड़ हो रहा है.
'जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं'
अश्चिनी चौबे ने कहा कि बिहार में किसान, नौजवान, महिलाएं, व्यापारी सभी बेहाल हैं. नीतीश कुमार अपनी मनमर्जी कर रहे हैं. समाधान की वजह पिकनिक में व्यस्त हैं. उप मुख्यमंत्री सत्ता सुख में डूबे हुए हैं. बिहार सरकार के घमंड को जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं, चैन से नहीं बैठेंगे. किसानों पर हुए अत्याचार से मुझे बहुत कष्ट महसूस हुआ. किसानों का कष्ट मेरा अपना कष्ट है. इसलिए हम इनके लिए हर मोर्चे पर लड़ेंगे.
बता दें कि बीते दिन ही उन्होंने मौन व्रत और उपवास रखा था. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा था, 'बक्सर में किसानों पर हुई पुलिस की बर्बरता और रामचरितमानस ग्रंथ के अपमान से अत्यंत दुखी हूं.' इस मौके पर शुक्रवार को उनके साथ पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी मौजूद रहे.
(इनपुट- पुष्पेश)