
बिहार में BPSC ने शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया, जिसमें 1.7 लाख पदों के लिए परीक्षा हुई. हाल ही में उसके नतीजे घोषित किए गए. इस परीक्षा में 1.22 लाख अभ्यर्थी पास हुए. दिलचस्प बात यह है कि सिलेक्ट होने वाले अभ्यर्थी में से उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रवक्ता एसएन सिंह की बेटी शिखा सिंह भी शामिल है. शिखा सिंह ने भी बीएससी के द्वारा आयोजित शिक्षक बहाली की प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल की और टीचर बन गई है.
बीपीएससी की शिक्षक भर्ती परीक्षा में बेटी के सफल होने की बात खुद बीजेपी प्रवक्ता एसएन सिंह ने सोशल मीडिया पर बताई. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा,'जगत जननी भगवती मां वैष्णो देवी की कृपा से मेरी छोटी बेटी शिखा सिंह का चयन बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा विद्यालय अध्यापक के पद पर हुआ है. देवी स्वरूपा को शत-शत नमन.'
RJD ने पूछा- नौकरियां नहीं निकालते तो...
अब बीजेपी प्रवक्ता की बेटी के सिलेक्ट होने के बाद इस बात पर बिहार में राजनीति शुरू हो गई है. बिहार की महागठबंधन सरकार में सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने सोशल मीडिया के जरिए एसएन सिंह के ट्वीट को शेयर करते हुए कमेंट किया है. राजद के सोशल मीडिया अकाउंट से एक के बाद एक कई ट्वीट शेयर किए गए हैं, जिनमें कहा गया है कि एसएन सिंह की बेटी को नौकरी नीतीश और तेजस्वी की कृपा से मिली है. अगर दोनों नौकरियां नहीं निकालते तो सिलेक्शन कैसे होता.
ट्वीट कर कहा- हे! यूपी BJP के प्रवक्ता
राजद के सोशल मीडिया अकाउंट से लिखा गया है,'हे! यूपी BJP के प्रवक्ता, आपकी बेटी का बिहार में निष्पक्ष चयन समतामूलक राजनीति व समावेशी विकास की पर्याय न्यायप्रिय समाजवादी सरकार के रहनुमा नीतीश कुमार एवं नौकरी-रोजगार के मुद्दे को राष्ट्रीय विमर्श बनाने वाले लोकप्रिय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उच्च सोच व कृपा से हुआ है.'
राजद ने कई लोगों के कमेंट भी शेयर किए
राजद के अकाउंट से प्रियांशु कुशवाहा नामक शख्स का कमेंट शेयर किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उत्तरप्रदेश भाजपा के प्रवक्ता महोदय की बिटिया अब बिहार में अध्यापक बन गई है. भगवान का आशीर्वाद तो हमेशा रहता है, लेकिन साफ नियत वाली सरकार का होना भी जरूरी है. माता रानी की कृपा होती तो योगी जी भी नौकरी दे सकते थे. लेकिन नौकरी दिया किसने? तेजस्वी और नीतीश ने.