
बिहार में आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपने तमाम नेताओं के साथ आज जेडीयू में पार्टी का विलय कर दिया. इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद थे. उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि जेडीयू में शामिल होने के लिए उन्होंने कोई शर्त नहीं रखी, लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें तोहफे में जेडीयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष का पद दिया है.
वहीं उपेंद्र कुशवाहा की 8 साल पुरानी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जेडीयू में विलय होना बिहार की राजनीति में एक बड़ा खेल माना जा रहा हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा के फिर से साथ आने से गदगद दिखे. इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के जनादेश को जनता का आदेश मानकर उन्होंने जेडीयू में अपनी पार्टी के विलय का मन बनाया. उनका मानना है कि जनता ये चाहती थी कि वो नीतीश कुमार के साथ मिलकर काम करें. विलय को लेकर कोई शर्त नहीं है.
इससे पहले राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी की दो दिवसीय बैठक में जेडीयू में विलय के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को अधिकृत किया गया था. उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इस पर मुहर लगाकर जेडीयू में विलय का फैसला किया. रविवार को दोपहर बाद उपेंद्र कुशवाहा अपने सैकडों नेता और कार्यकर्ताओं के साथ जेडीयू कार्यालय पहुंचे जहां उनका स्वागत किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने उन्होंने राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी में विलय की घोषणा की.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज खुशी की बात है कि पिछले कई दिनों से जो बातें चल रही थीं कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू में शामिल होंगे. आज वे अपने पार्टी के साथियों के साथ जदयू में शामिल हो गए हैं. चुनाव के बाद बातें होती रहीं थीं. उन्होंने कहा कि हम लोग पहले भी एक थे और आगे भी एक रहेंगे, मिलकर विकास का काम करेंगे . सभी साथियों को मिल-जुलकर मेहनत करनी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर अनाप शनाप प्रचार करते हैं, लेकिन हम अपने साथियों से हमेशा कहते रहे हैं कि जो गलत बातें हैं उनका जवाब दीजिए. साथ ही सकारात्मक बातों को भी लोगों तक पहुंचाइये. उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि मेरी कोई ख्वाहिश नहीं है. हम लोग भी सोचेंगे कि आपकी प्रतिष्ठा, आपकी हैसियत का ख्याल रखें. आरसीपी सिंह ने आज ही पत्र भेज दिया है, अभी से तत्काल प्रभाव से उपेंद्र कुशवाहा जनता दल के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष होंगे.