
पटना में सोमवार को वार्ड सचिवों ने बीजेपी दफ्तर के बाहर जोरदार हंगामा और उग्र प्रदर्शन किया. ये पंचायत वार्ड सचिव वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. करीब सवा लाख वार्ड सचिव सरकार से बकाया वेतन की मांग कर रहे हैं.
ये वार्ड सचिव पिछले कई सालों से बिना वेतन के काम कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि पिछले 4 साल से इन्हें वेतन नहीं मिला है. कई महीनों से ये बकाया वेतन की मांग कर रहे हैं. बिहार में 1 लाख 14 हजार के करीब वार्ड सचिव हैं जो वेतन नहीं मिलने की वजह से परेशान हैं.
6 महीने पहले भी जब इन्होंने प्रदर्शन किया था, तो पटना के कारगिल चौक पर इन्हें रोका गया और पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. तब इनमें कई महिलएं भी घायल हुई थीं. उस वक्त भी इन्हें आश्वासन दिया गया था लेकिन सरकार की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई.
उचित वेतन और नौकरी स्थायी करने की मांग
बताया जाता है कि बिहार सरकार में ऐसे कई विभाग हैं जहां वेतन कम या फिर नहीं दिया जाता. वार्ड सचिवों का वेतन भी कई सालों से बकाया है. इनकी मांगें हैं कि इनका बकाया वेतन इन्हें दिया जाए, उचित वेतन दिया जाए यानी वेतन बढ़ाया जाए. साथ ही, इनकी नौकरी स्थायी की जाए.
आज क्यों बिगड़े हालात
सरकार की अनदेखी का शिकार ये वार्ड सचिव नाराज़ थे क्योंकि सरकार उनकी मांगे न मान रही है और न ही उनकी समस्या पर विचार कर रही है. आज ये मंत्री से मिलना चाहते थे. सरकार पर दबाव बनाने के लिए इन्होंने बीजेपी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. अपनी मांगों को लेकर सोमवार सुबह से ही ये सभी बीजेपी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. वार्ड सचिवों ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. लेकिन समय बीतते-बीतते हालात हिंसक हो गए.
प्रशासन की तरफ से उन्हें हटने के लिए कहा जा रहा था, जब ऐसा नहीं हुआ तो स्थिति बेकाबू हो गई. पूरा इलाका रणक्षेत्र में बदल गया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसपर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.पुलिस ने लाठीचार्ज किया ताकि हिंसक प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा जा सके. हंगामे के बाद बीजेपी दफ्तर को बंद कर दिया गया है.