
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का शुक्रवार से छत्तीसगढ़ के बस्तर का दो दिवसीय दौरा शुरू हुआ था. उन्होंने नक्सल प्रभावित गढ़ पहुंचकर सभी को चौंका दिया. उन्होंने अतिसंवेदनशाील माने जाने वाले सुकमा के पोटकपल्ली फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफबीओ) पहुंचकर हुंकार भरी.
दरअसल गृहमंत्री शाह की सुकमा जाने की कोई योजना नहीं थी. लेकिन अधिकारियों के साथ बैठक के बाद फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस का जायजा लेने का कार्यक्रम बना और वह राइजिंग डे के तुरंत बाद सुकमा के लिए रवाना हो गए.
सुकमा के नक्सल प्रभावित गांव पोटकपल्ली में गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे. उन्होंने यहां जवानों से मुलाकात की. गृहमंत्री अचानक गांव के एक सरकारी स्कूल भी पहुंच गए और वहां बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने बच्चों को टॉफियां भी बांटी. इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए.
दरअसल गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय बस्तर दौरे पर शुक्रवार को जगदलपुर पहुंचे थे. वह यहां सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए थे.
फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस से नक्सलियों का सफाया
सीआरपीएफ ने नक्सलियों के गढ़ों पर कार्रवाई करने के मकसद से छत्तीसगढ़ सहित झारखंड और अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों में फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) स्थापित किया है. छत्तीसगढ़ में कुल 17 एफओबी यानी फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस बनाए गए हैं. एफओबी आसपास के इलाकों में अभियान चलाकर नक्सलियों का सफाया कर रही है.
बस्तर के आंतरिक इलाकों में एफओबी की स्थापना से सुरक्षाबलों को काफी मदद मिल रही है क्योंकि ये नक्सलियों के खिलाफ उनके ठिकानों के करीब आक्रामक अभियानों को अंजाम देने के लिए लॉन्च पैड के रूप में काम कर रही है. इसी रणनीति के तहत बस्तर में लगातार बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. एफओबी में किस तरह काम किया जा रहा है. इसी का जायजा लेने केंद्रीय गृहमंत्री नक्सल पोटकपल्ली पहुंचे थे.