
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का गृह जिला दुर्ग इसलिए चर्चा में है क्योंकि उन्होंने इस जिले की पाटन विधानसभा सीट से जीत दर्ज कर मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल की है. लेकिन दूसरे कारण से भी यह सुर्खियों में आ गया है. क्योंकि इस संभाग से कुल 6 मंत्रीबनाए गए हैं. ऐसा दबदबा राज्य के किसी न तो दूसरे संभाग का है, और न ही जिले का.
मंगलवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में 9 मंत्रियों के शपथ लेने के साथ ही मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल 12 मंत्री बनाए जा चुके हैं. इनमें से छत्तीसगढ़ के सभी पांचों संभागों की तुलना की जाए तो सबसे ज्यादा मंत्री दुर्ग संभाग से बनाए गए हैं. खुद मुख्यमंत्री भूपेशबघेल भी पाटन विधानसभा सीट से हैं, जो दुर्ग संभागीय मुख्यालय में आता है.
मंत्री बनने वालों में मो. अकबर कवर्धा विधानसभा, अनिला भेड़िया बालोद जिले के डौंडीलोहारा से, रविन्द्र चौबे बेमेतरा जिले की साजा विधानसभा सीट से, रुद्र गुरु दुर्ग जिले के अहिवारा विधानसभा सीट और दुर्ग ग्रामीण से विधानसभा चुनाव जीतने वाले ताम्रध्वज साहूमंत्री बनाए गए हैं.
शपथ ग्रहण के बाद सबसे ज्यादा मंत्री देने वाले संभाग के रूप में दुर्ग की चर्चा जोरों पर है जबकि बस्तर संभाग से एकमात्र विधायक कवासी लखमा को मंत्री बनाया गया है. रायपुर संभाग से भी एकमात्र डॉ. शिव डहरिया आरंग विधानसभा सीट, सरगुजा संभाग से दो मंत्री टी.एस.सिंहदेव और डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम को मौका मिला है.
इसी तरह बिलासपुर संभाग से उमेल पटेल को खरसिया विधानसभा सीट और जयसिंह अग्रवाल को कोरबा जिले से मंत्री बनने का अवसर मिला है. हालांकि कांग्रेस और उसके नेता शुरू से यह दलील दे रहे थे कि क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखा जाएगा लेकिन दुर्ग संभाग से इतने मंत्री बनाएजाएने पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 5 संभाग रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा व और बस्तर हैं.