
छत्तीसगढ़ में कोरिया जिले के सीटी कोतवाली बैकुंठपुर के अंतर्गत आने वाले बड़गांव ग्राम पंचायत के कोसा बाड़ी में 29 मार्च को सड़क की पुलिया के नीचे एक शव मिलने से हड़कंप मच गया. अब शख्स की लाश की पहचान के साथ-साथ सिटी कोतवाली पुलिस को युवक की हत्या में शामिल आरोपियों को भी पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल हुई है. मालूम हुआ कि शख्स की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी और बेटी ने ही की है.
36 घंटे के भीतर सुलझाया ब्लाइंड मर्डर
मृतक युवक की पहचान खुटरापारा निवासी अशोक कुर्रे के तौर पर हुई है. पुलिस के लिए इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाना एक चुनौती थी. पर 36 घंटे के भीतर ही हत्या के कारण के साथ-साथ युवक की हत्या में शामिल आरोपियों को भी धर लिया गया.
पुलिया के नीचे बोरी में मिला शव
पुलिस अधीक्षक रवि कुर्रे ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 29 मार्च को सुबह-सुबह जानकारी मिली कि बड़गांव ग्राम पंचायत के कोसा बाड़ी में पुलिया के नीचे बोरी में एक शव मिला है जिसमें से बदबू आ रही है. तत्काल मौके पर पुलिस और डॉग स्क्वायड भेज गया और अस्पताल से स्वीपर बुला कर के बोरे को खुलवाया गया. इसमें एक डेड बॉडी मिली जो काफी डेमेज हो चुकी थी.उसमें कम्बल और दरी लपेटी गई थी.उन्होंने बताया कि इससे पहले 21 तारीख को एक अशोक नाम के शख्स की गुमशुदगी भी दर्ज हुई थी.उसका हुलिया मिलने की कोशिश की गई तो ये कम्फर्म हो गया कि ये अशोक है.
मारपीट और दिन में सम्बंध बनाने की कोशिश करता था
पुलिस को मालूम हुआ कि मृतक की पत्नी और एक बेटी है. उन पर शक हुआ तो उन्हें थाने ले जाकर पूछताछ की गई. इन लोगों ने बताया कि 21 तारीख को उन्होंने अशोक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. लेकिन कड़ी पूछताछ में वो घबरा गईं और फिर पूरी कहानी बताई कि आशोक अपनी पत्नी और बेटी के साथ बहुत बुरा व्यवहार करता था और जब भी घर आता था शराब के नशे में मारपीट करता था. वह पत्नी के साथ दिन में सम्बंध बनाने की कोशिश करता था. इन सब हरकतों से घर वाले परेशान थे और उसको मरना चाहते थे.
डेढ़ लाख में मर्डर की डील
दोनों ने बताया कि अशोक को मारने के लिए उन्होंने अन्य लोगों की मदद ली थी. घर पर चूड़ी बेचने आने वाले बाबू खान, तौसीफ और उसकी मां भी इसमें शामिल थे. अशोक की पत्नी ने उन्हें अपनी समस्या बताई थी और वे लोग पैसों के बदले हत्या के लिए राजी हो गए थे.
पहले चालीस हजार में बात हुई और फिर डेढ़ लाख में बात फाइनल हुई . बाबू खान और तौसीफ दोनों रात में आकर पहले ही अशोक के घर में छिप गए थे .जब अशोक ड्यूटी से लौटा तब उसने खाना खाया. खाने में नशे की गोली दी गई थी तो वह खाना खाकर सो गया. अशोक की पत्नी ने बताया कि बाबू खान और तौसीफ धारदार हथियार लेकर आए थे. हमने अशोक के हाथ- पैर पकड़े तो उन्होंने हमला किया. उसके मरने के बाद हमने उसको कम्बल में लपेट कर बोरे में बाइक से ले जाकर पुलिया के नीचे छोड़ दिया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया-यह मामला काफी गम्भीर था हमारी टीम ने पूरी एकाग्रता के साथ इसका खुलासा किया है. इस मामले में धारा 103 और साक्ष्य मिटाने 228(61) के तहत मामला दर्ज किया गया है .
Input: धीरेंद्र विश्वकर्मा