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छत्तीसगढ़ चुनाव: नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में आदिवासी लगाएंगे बेड़ा पार!

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले आजतक पर आप सभी विधानसभा सीटों के बारे में जान सकते हैं. इसी कड़ी में दंतेवाड़ा विधानसभा सीट के बारे में पढ़ें...

दंतेवाड़ा है नक्सल प्रभावित इलाका दंतेवाड़ा है नक्सल प्रभावित इलाका
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 08 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:56 AM IST

छत्तीसगढ़ का दंतेवाड़ा देश के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. यहां आए दिन नक्सली आम जनता और सुरक्षाबलों को घेरते रहते हैं. यही कारण है कि यहां पर विधानसभा चुनाव काफी अहम हो जाते हैं. नक्सिलयों के खौफ के बावजूद भी यहां की जनता लोकतंत्र के पर्व चुनाव में हिस्सा लेने आती है.

दंतेवाड़ा विधानसभा सीट एसटी सीट है, 2013 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. पिछले तीन चुनाव में इस सीट पर लुकाछिपी का खेल चलता रहा है, एक बार बीजेपी तो एक बार कांग्रेस ने यहां जीत दर्ज की है.

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हालांकि, इस सीट पर सिर्फ बीजेपी या कांग्रेस नहीं बल्कि सीपीआई का भी अच्छा जनाधार है. 2008-2003 के चुनावों में सीपीआई यहां दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी थी. इस सीट पर आदिवासी वोटों का काफी प्रभाव है.

2013 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट

देवती वर्मा, कांग्रेस, कुल वोट मिले 41417

भीमाराम मांडवी, बीजेपी, कुल वोट मिले 35430

2008 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट

भीमाराम मांडवी, बीजेपी, कुल वोट मिले 36813

मनीष कुंजम, सीपीआई, 24805

2003 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट

महेंद्र कर्मा, कांग्रेस, कुल वोट मिले 24572

नंदा राम सोरी, सीपीआई, कुल वोट मिले 19637

आपको बता दें कि दंतेवाड़ा पहले बस्तर जिले में ही आता था, लेकिन 1998 में ये अलग जिला बना. 2011 की जनगणना के अनुसार, दंतेवाड़ा राज्य की तीसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला है. इस शहर का नाम इस क्षेत्र की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के नाम से पड़ा.

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छत्तीसगढ़ के बारे में...

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. राज्य में अभी कुल 11 लोकसभा और 5 राज्यसभा की सीटें हैं. छत्तीसगढ़ में कुल 27 जिले हैं. राज्य में कुल 51 सीटें सामान्य, 10 सीटें एससी और 29 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं.

2013 चुनाव में क्या थे नतीजे...

2013 में विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए गए थे. इनमें भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में लगातार तीसरी बार कांग्रेस को मात देकर सरकार बनाई थी. रमन सिंह की अगुवाई में बीजेपी को 2013 में कुल 49 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी. जबकि कांग्रेस सिर्फ 39 सीटें ही जीत पाई थी. जबकि 2 सीटें अन्य के नाम गई थीं. 2008 के मुकाबले बीजेपी को तीन सीटें कम मिली थीं, इसके बावजूद उन्होंने पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाई. रमन सिंह 2003 से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.

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