Advertisement

छत्तीसगढ़ में कल हो सकता है कैबिनेट विस्तार, बनाए जाएंगे दो मंत्री, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी रेस में

छत्तीसगढ़ में जल्द ही कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है जिसमें दो नए मंत्री शामिल हो सकते हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव मंत्री पद संभाल सकते हैं. यह विस्तार क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को मजबूत करने और लोकल आगामी चुनावों में बढ़त हासिल करने के लिए बीजेपी की योजना का हिस्सा है.

सीएम विष्णुदेव साय-फाइल फोटो सीएम विष्णुदेव साय-फाइल फोटो
सुमी राजाप्पन
  • रायपुर,
  • 03 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 7:55 PM IST

छत्तीसगढ़ में कल कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. दो विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव अपने पद से इस्तीफा देंगे और मंत्री पद की शपथ लेंगे. मंत्रिमंडल में शामिल होने की रेस में पूर्व कैबिनेट मंत्री गजेंद्र यादव, अमर अग्रवाल और अजय चंद्राकर का नाम भी शामिल है. इनके अलावा कुछ मंत्रियों के पोर्टफोलियो बदलने की भी चर्चा है.

Advertisement

बीते दिनों मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्यपाल रामेन डेका से मुलाकात भी की थी. माना जा रहा है कि यह मुलाकात उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में की थी. चर्चा ये भी है कि सरकार के एक साल पूरा होने पर अलग-अलग विभागों के मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड चेक किया जा रहा है, जिसके आधार पर मंत्रियों की जिम्मेदारी में फेरबदल किए जाने की संभावना है.

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में 3 नक्सलियों का एनकाउंटर, 300 जवानों ने जंगल में घेरा

सीएम विष्णु साय समेत बीजेपी के बड़े नेता आए दिल्ली

गौरतलब है कि, दिसंबर महीने में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु साय, राज्य बीजेपी अध्यक्ष किरण सिंहदेव और पार्टी के अन्य बड़े नेता दिल्ली आए थे, और पार्टी के सीनियर लीडरशिप से मुलाकात की थी. इसमें नेशनल जॉइंट सेक्रेटरी शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन सेक्रेटरी अजय जामवाल, राज्य के इन-चार्ज नितिन नबीन, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी शामिल थे, जहां राज्य में होने वाले शहरी निकाय और पंचायत चुनाव समेत कैबिनेट विस्तार के संबंध में चर्चा की गई थी.

Advertisement

छत्तीसगढ़ में मंत्रियों की संख्या 13 हो सकती है

छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार में प्रमुख मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने जून में लोकसभा में निर्वाचित होने के बाद राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद विष्णु साय के कैबिनेट में सीएम के अलावा 10 मंत्री रह गए थे. यहां राज्य कैबिनेट में 13 मंत्री बनाने की परंपरा है.

यह भी पढ़ें: ED की छापेमारी और समन... शराब घोटाले की जांच में उलझे छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री कवासी लखमा

क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को मजबूत करने की कोशिश

मंत्रिमंडल विस्तार बीजेपी की क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को मजबूत करने और जमीनी स्तर पर समर्थन जुटाने के लिए एक रणनीति के रूप में देखा जा सकता है. प्रमुख विभागों के खाली होने और शहरी निकाय चुनावों के करीब होने की वजह से, प्रभावशाली नेताओं को शामिल करने से बीजेपी को आगामी चुनावी लड़ाई में बढ़त मिल सकती है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement