
छत्तीसगढ़ में आज कांग्रेस पार्टी का काफी प्रोडक्टिव दिन रहा. जहां एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राजनांदगांव के ठेकवा गांव में जेकर रैली में शामिल हुए, वहीं दूसरी तरफ शाम को 6:00 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर स्क्रीनिंग कमेटी की एक बहुत ही अहम मुलाकात हुई. जिसमें आगे की रणनीति तय करने के साथ-साथ मुख्य तौर पर उम्मीदों के नाम पर सहमति बनी और किसको टिकट देना है या किसकी टिकट कटनी है इस पर भी अहम फैसला लिया गया.
बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन जो कांग्रेस के महासचिव भी हैं शामिल हुए. उनके अलावा एल हनमंथिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा. प्रदेश अध्यक्ष दीपक बेंच. उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव और सदाशय नेट्टा डिसूजा भी मौजूद रहे.
स्क्रीनिंग कमेटी की यह बैठक बहुत अहम है. सीईसी की बैठक के बाद पहली सूची जारी की जाएगी. आंतरिक सूत्रों की माने तो इस मीटिंग में ये फैसला लिया गया कि जिन विधायकों का प्रदर्शन खराब रहा उनकी टिकट कटी जाएगी.
आंतरिक सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के सर्वे में ये बात सामने आई थी कि 40% विधायक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं और इस वजह से लोग नाराज भी हैं. फ़िलहाल यह फैसला स्क्रीनिंग कमेटी द्वार लिया गया है और इस पर गहन विचार सीसी करेगी उसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
बैठक में उन सीटों पर भी चर्चा की गई, जिन 21 सीटों पर बीजेपी ने अपनी प्रत्याशी की घोषणा की है. इसके बाद यूएन सीटों पर चर्चा हुई जिस पर सिर्फ एक ही नाम पैनल में आए हैं. सूत्र के हवाले से यह पता चल रहा है कि जितने भी वरिष्ठ विधायक हैं उन सभी की सीटों पर कोई परिवर्तन नहीं करेगा. जैसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन से लड़ेंगे. अमरजीत भगत को सीतापुर से फाइनल माना जा रहा है. विधानसभा के उपाध्यक्ष संतराम नेताम का केशकाल, धनेंद्र साहू का अभनपुर, अरुण बोरा का दुर्ग शहर, विकास उपाध्याय का रायपुर पश्चिम, विक्रम रवि को बीजापुर सीट से लड़ाए जाने के फैसले पर सहमति बनी है.
कहा जा रहा है कि कांग्रेस 11 सितंबर से 15 सितंबर की सूची के बीच निकाली जा सकती है. हालांकि, इस पर कांग्रेस से किसी ने भी आधिकारिक जानकारी मीडिया से साझा नहीं की है.