
छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. नंदिनी सावरा नाम की 25 साल की महिला ने अपनी नवजात बेटी के साथ मंगलवार रात एक पुलिस स्टेशन के बाहर आत्मदाह कर लिया. कथित तौर पर पति के साथ घरेलू विवाद के बाद महिला ने यह कठोर कदम उठाया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नंदनी कथित तौर पर नशे में थी. उसने दोनों को जलाने से पहले अपने और अपने बच्चे पर मिट्टी का तेल भी डाला था.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन मां और बच्चा दोनों गंभीर रूप से जल गए, जिससे उनके शरीर का कम से कम 15% हिस्सा प्रभावित हुआ. उन्हें आनन-फ़ानन में दाऊ कल्याण सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं और इस दुखद दृश्य के लिए जिम्मेदार घटनाओं का पता लगाने के लिए नंदिनी के पति नानकुन देवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
रायपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तिल्दा निवासी युवती नंदिनी काफी बदहवास हालत में थी और जब वह उपरोक्त थाने पहुंची तो वह लगातार बड़बड़ाती नजर आई.
हाल में आए इसी तरह के एक अन्य मामले में छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में 24 साल की कमला गोंड को महानपार जंगल में अपनी 14 महीने की बेटी के साथ एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया. दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा तब हुआ जबलकड़ी इकट्ठा करने वाले स्थानीय लोगों ने उन्हें देखा.उन्होंने पुलिस को जानकारी दी.
मालूम हुआ कि कमला रविवार रात अपने पति से झगड़े के बाद घर छोड़कर चली गई थी. जांच से पता चला है कि उसने फांसी का फंदा बनाने के लिए अपनी साड़ी का इस्तेमाल किया था. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और परिवार से सक्रिय रूप से पूछताछ कर रही है. ये दुखद घटनाएं घरेलू कलह की स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य सहायता और प्रभावी हस्तक्षेप तंत्र की महत्वपूर्ण आवश्यकता को रेखांकित करती हैं.