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छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है. गुरुवार को सुकमा जिले के पलामपल्ली और पुशवाड़ा के जंगल में नक्सलियों ने CRPF के दस्ते पर IED ब्लास्ट से हमला किया. इस हमले में कोबरा बटालियन के सब-इंस्पेक्टर राजेश कुमार शहीद हो गए, जबकि एक जवान बुरी तरह से घायल हुआ.
आपको बता दें कि राजेश कुमार उत्तरप्रदेश के जौनपुर के रहने वाले थे. बताया जाता है कि CRPF के दस्ते में सामने चल रहे दोनों जवान पहले IED की चपेट में आए. इस दौरान बाकी जवानों ने सतर्क होकर फौरन नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. CRPF की कोबरा बटालियन को भारी पड़ते देख नक्सली मौके से भाग निकले.
पुलिस के मुताबिक 206 कोबरा बटालियन तिमिलवाड़ा से दोरनापाल के बीच नियमित गश्त पर थी. इस दौरान सब-इंस्पेक्टर राजेश कुमार और मानिक तिनपारे सधे हुए कदमों से आगे बढ़ रहे थे. अचानक राजेश कुमार का पैर प्रेशर बम के ऊपर आ गया.
इस दौरान हुए विस्फोट से दोनों घायल हुए, उन्हें चिन्तगुफा स्थित CRPF के अस्पताल में लाया गया. जहां इलाज के दौरान रजेश कुमार की मौत हो गई, जबकि घायल जवान मानिक तिलपारे को रायपुर रेफर किया गया है.
नक्सलियों ने पुलिया निर्माण की जगह पर बने डायवर्सन पर यह प्रेशर बम प्लांट कर रखा था. गश्त के दौरान सुरक्षाबलों के जवान इस डायवर्सन को पार कर रहे थे. पोस्टमार्टम के बाद शहीद जवान राजेश कुमार को श्रद्धांजलि देकर उनका पार्थिव शरीर उनके गृहग्राम के लिए रवाना कर दिया गया है.
पिछले दिनों हुईं कई वारदातें
आपको बता दें कि पिछले एक सप्ताह से नक्सलियों ने एक के बाद एक लगभग डेढ़ दर्जन वारदातों को अंजाम दिया है. इन घटनाओं में पुलिस और केंद्रीय सुरक्षबलों के आधा दर्जन जवान शहीद हुए हैं. यही नहीं चार स्थानीय ग्रामीणों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. इन वारदातों में घायल आधा दर्जन जवान अभी अस्पताल में जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहे है.
उधर, कांकेर में भी नक्सली उत्पात थामे नहीं थम रहा है. स्थानीय सांसद के फार्म हॉउस को आग के हवाले करने के बाद कोंडे गांव इलाके में एक बार फिर नक्सलियों का तांडव देखने को मिला. इस गांव में देर रात दर्जन भर से ज्यादा हथियारबंद नक्सलियों ने अपनी आमद दर्ज कराते हुए दो मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया.
ठप हुआ नेटवर्क
इस इलाके में BSNL ने अपने दो मोबाइल टावर लगाए थे. टावर नष्ट होने के बाद करीब सौ गांव में मोबाइल नेटवर्क ठप पड़ गया है. साथ ही इलाके में दहशत फैलाने के लिए पर्चे भी फेंके हैं. नक्सलियों ने 25 मई को छह राज्यों में एक साथ बंद बुलाया है. छत्तीसगढ़ समेत छ: राज्यों महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश और ओडिशा में बंद का एलान किया गया है. गढ़चिढ़ौली में पिछले माह 36 नक्सलियों के मारे जाने के विरोध में उन्होंने यह बंद बुलाया है.
नक्सलियों की तरफ से बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गांव से खदेड़ने और उन्हें मौत के घाट उतारने की चेतावनी भी दी गई है. नक्सलियों के बंद के मद्देनजर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों को सतर्क किया गया है, इसके अलावा बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी सावधान किया गया है. नक्सलियों के तेवरों को देखते हुए भारी भरकम फोर्स जंगल में उतारी गई है.