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Chhattisgarh: कोबरा कमांडोज ने बस्तर में डाला घेरा, नक्सलियों की गुरिल्ला आर्मी के 13 लड़ाके ढेर

छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है, जिसमें गुरिल्ला आर्मी के 13 लड़ाके मारे गए. पुलिस ने सभी नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं. उनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किया गया है.

बस्तर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (फाइल फोटो) बस्तर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • रायपुर,
  • 03 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 1:06 PM IST

लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों की गुरिल्ला आर्मी और कोबरा कमांडोज के बीच मुठभेड़ हुई है. करीब आठ घंटे चली इस मुठभेड़ में 13 नक्सली मारे गए हैं. इसके साथ ही इस साल बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक 43 नक्सली मारे जा चुके हैं.  

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि एक अलग घटना में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ की जंगल फारफेयर यूनिट कोबरा का एक कमांडो घायल हो गया. छत्तीसगढ़ का बीजापुर जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र में आता है, जहां पहले चरण यानी 19 अप्रैल को चुनाव होने हैं.  

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बस्तर रेंज के पुलिस आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि ये मुठभेड़ गंगालूर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत लेंड्रा और कोरचोली गांवों के बीच जंगल में सुबह करीब छह बजे हुई, जहां सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी. उन्होंने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स (STF), CRPF और इसकी विशिष्ट इकाई कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन (CoBRA) के जवान ऑपरेशन में शामिल थे. 

नक्सलियों से कई हथियार भी बरामद 

आईजी ने बताया कि गोलीबारी रुकने के बाद घटनास्थल से चार नक्सलियों के शव बरामद किए गए और बाद में हुई तलाशी के दौरान मुठभेड़ स्थल से छह और शव मिले. उसके बाद सर्च ऑपरेशन में तीन और शव बरामद किए गए. इस दौरान एक लाइट मशीन गन (LMG), एक .303 राइफल, एक 12 बोर बंदूक, बड़ी संख्या में बैरल ग्रेनेड लॉन्चर और गोले और अन्य हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किया गया.  

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नक्सलियों की अबतक नहीं हुई पहचान 

अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन प्रथम दृष्टया ऐसा मालूम पड़ता है कि वे माओवादियों की PLGA (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर 2 के थे. इस बीच, CRPF की 202वीं बटालियन से जुड़े एक कोबरा कमांडो ने अनजाने में एक प्रेशर आईईडी पर कदम रख दिया, जिससे गंगालूर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुडवेंडी गांव के पास विस्फोट हो गया. जिसमें उसके पैर में गंभीर चोट आई है. उन्होंने बताया कि जवान उस दस्ते का हिस्सा था जो उसी नक्सल विरोधी अभियान में शामिल था लेकिन वह बंदूक-लड़ाई में शामिल नहीं था. 

मार्च-जून के बीच गतिविधियां तेज करते हैं नक्सली 

गौरतलब है कि नक्सली हर साल मार्च से जून के बीच गर्मियों में टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन (TCOC) चलाते हैं और अपनी गतिविधियां तेज कर देते हैं. इस अवधि के दौरान बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के खिलाफ कई हमले किए गए हैं. पुलिस ने पहले कहा था कि 27 मार्च को बीजापुर के बासागुड़ा इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली मारे गए थे.

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