
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस के अभियान से प्रभावित होकर 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी.
दरअसल, सुकमा पुलिस नक्सलियों को आत्मसमर्पण करवाने के लिए 'पुना नर्कोम अभियान' चला रही है. इससे प्रभावित होकर 7 माहिला समेत 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. सभी नक्सली चिंतागुफा और भेजी थाना क्षेत्र में सक्रिय थे. नक्सलियों को समर्पण कराने के लिए जिला बल, डीआरजी, 202-वाहिनी कोबरा और 50-वाहिनी सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से काम किया.
'पुलिस की नीति से प्रभावित होकर किया आत्मसमर्पण'
नक्सलियों ने "छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति" के तहत विश्वास, विकास एवं सुरक्षा की भावना और सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे 'पुना नर्कोम अभियान नई सुबह, नई शुरूआत' से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया. उन्होंने नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके षोषण, अत्याचार और बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने व स्थानीय आदिवासियों पर होने वाली हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद को छोड़ा है.
नक्सलियों ने शुक्रवार को कैंप डब्बाकोंटा थाना के चिंतागुफा में जिला बल और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया.
'समर्पण करने वाले नक्सलियों को दी जाएंगी सुविधाएं'
सुकमा एसपी किरण चौहाण ने बताया कि सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता मिली है. आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य प्रकार की कई सारी सुविधाएं दी जाएंगी.
(रिपोर्ट: धर्मेंद्र सिंह)